script‘गुजरात से बाहर ले जाने का निर्णय विधायकों ने नहीं लिया था’ | 'Decision of taking MLAs out of Gujarat was not of MLAs' | Patrika News

‘गुजरात से बाहर ले जाने का निर्णय विधायकों ने नहीं लिया था’

locationअहमदाबादPublished: Mar 09, 2019 12:15:01 am

Submitted by:

Uday Kumar Patel

-पूर्व विधायक करमशी भाई पटेल ने अपनी गवाही में कहा…

Ahmed Patel, RS polls

‘गुजरात से बाहर ले जाने का निर्णय विधायकों ने नहीं लिया था’

अहमदाबाद. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल की जीत को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक करमशी भाई पटेल ने अपनी गवाही में कहा कि व्हिप के नाम पर और मतदान की समझ देने के बहाने शैलेष परमार ने सभी विधायकों को भरत सोलंकी से मिलने के लिए ताज होटल में उपस्थित रहने को कहा था। विधायकों को गुजरात से बाहर ले जाने का निर्णय विधायकों ने नहीं लिया था।
करमशीभाई ने दावा किया कि वे और उनके ड्राइवर सुरेश के साथ बेंगलुरु गए थे। अहमद पटेल के निर्देश पर राजू परमार की ओर से विधायकों को एक-एक लाख रुपए का लिफाफा दिया गया था। यह जिम्मेदारी निभाने के लिए ही उन्हें हाल में सांसद का चुनाव लडऩे के लिए टिकट दिया गया है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि शक्ति सिंह गोहिल ने उनके स्वास्थ्य का फर्जी प्रमाण पत्र बना कर उनका वोट अर्जुन मोढवाडिया के मार्फत दिलाए जाने का प्रयास किया था। अहमद पटेल की ओर से प्रत्येक स्थल पर उन्हें धमकी, डर और प्रलोभन दिया गया था। उनके अलावा अन्य कई विधायकों को विधायकों ने डर के कारण किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की थी।
न्यायाधीश बेलाबेन त्रिवेदी की अदालत में करमशी भाई पटेल की गवाही नियत समय से ढाई घंटे ज्यादा ( करीब सवा सात बजे तक) चली।
करमशीभाई से जिरह के दौरान पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने उल्लेखनीय है कि राज्यसभा चुनाव में हारे भाजपा नेता बलवंत सिंह राजपूत ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल की जीत को चुनौती देते हुए चुनाव याचिका दायर की है।
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