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थाणे बुलेट ट्रेन स्टेशन की बदलेगी डिजाइन

locationअहमदाबादPublished: Aug 30, 2019 09:50:09 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

कटने से बचेंगे 21 हजार मैंगग्रोव, एक पेड़ कटेगा तो पांच पेड़ लगेंगे

थाणे बुलेट ट्रेन स्टेशन की बदलेगी डिजाइन

थाणे बुलेट ट्रेन स्टेशन की बदलेगी डिजाइन

अहमदाबाद. थाणे बुलेट ट्रेन स्टेशन बनाने में 53 हजार मैनग्रोव के पेड़ प्रभावित हो रहे थे, लेकिन नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने इस स्टेशन की डिजाइन में बदलाव किया। इसके चलते अब 53 हजार के बजाय सिर्फ 32,044 ही मैनग्रोव पेड़ कटेंगे। 21 हजार मैनग्रोव को बचाया जा सकेगा। इस परियोजना से जितने भी मैनग्रोव प्रभावित होंगे उसके एवज में 1: 5 के अनुपात में एनएचआरसीएल राशि जमा कराएगी। इसके लिए कंपनी ने बकायदा मैनग्रोव प्रकोष्ठ बनाया है, जिसमें यह राशि जमा होगी। यूं कहा जा सकता है कि यदि एक पेड़ कटेगा तो इसके एवज पांच पेड़ कंपनी लगाएगी।
नेशनल हाइस्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल) के प्रबंध निदेशक अचल खरे ने जारी बयान में कहा कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए वन, वन्य जीव एवं सीआरज़ेड की सभी मंजूरी कुछ शर्तों के साथ मिल चुकी हैं। पर्यावरण मंत्रालय शर्त थी कि थाणे स्टेशन के डिजाइन की समीक्षा करें ताकि मैनग्रोव प्रभावित जो क्षेत्र है उनको कम किया जा सके। उन्होंने खुशी जताते कहा कि जापानी इंजीनियर्स के साथ काफी मंथन के बाद थाणे स्टेशन की डिजाइन को परिवर्तित किया गया।
उन्होंने कहा कि पैसेंजर्स एरिया जैसे पार्किंग एरिया और पैसेंजर हैंडलिंग एरिया को मैनग्रोव से निकाल कर मैनग्रोव क्षेत्र से बाहर कर दिया है। स्टेशन का स्थान तो वही है लेकिन उसकी डिजाइन में बदलाव किया है। जहां थाणे में पहले 12 हेक्टर मैनग्रोव एरिया प्रभावित हो रहा था अब केवल 3 हेक्टेयर प्रभावित हो रहा है। इस तरीके से करीब 21000 मैनग्रोव में कमी लाई गई। अब इस प्रोजेक्ट में सिर्फ 32044 मैनग्रोव ही प्रभावित हो रहे है, जो पहले 53000 मैनग्रोव प्रभावित हो रहे थे। मैनग्राव का कोई नुकसान नहीं है, क्योंकि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में जो प्रभावित मैनग्रोव है, उनको 1: 5 के अनुपात में राशि मैनग्रोव प्रकोष्ठ में जमा किए जाएंगे। जैसे कि 32044 मैनग्रोव प्रभावित होंगे उसके एवज में 1,60,000 मैनग्रोव नए लगाए जाएंंगे और इसका जो खर्चा है एनएचएसआरसीएल वहन करेगी।
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