वहीं लिंबड़ी क्षेत्र विकास प्राधिकरण की संशोधित योजना (रिवाइज्ड प्लान) को भी मंजूरी दी है। राजशाही दौर के शहर लिंबड़ी के लगभग 13.40 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लिए विभिन्न जोनिंग एवं गांव के बाहर नियोजित क्षेत्र में ग्रिड पैटर्न में आयोजन किया गया है, जिसमें 12 से लेकर 40 मीटर तक की अलग-अलग चौड़ाई की सड़कें प्रस्तावित की गईं हैं। लिंबडी जैसे छोटे शहर में भी भविष्य में नगर नियोजन स्कीम के जरिए और भी सुनियोजित विकास करने के उद्देश्य से इस विकास नक्शे में डीपी का कोई आरक्षण प्रस्तावित नहीं है। वहीं सौराष्ट्र की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर शहर लिंबड़ी के संशोधित विकास की प्राथमिक अधिसूचना को जारी करने को मुख्यमंत्री ने मंजूरी दी है।
मुख्यमंत्री ने नवसारी और विजलपोर तथा आसपास के 15 गांवों समेत 71.37 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के लिए गठित नवसारी शहरी विकास प्राधिकरण (नूडा) की प्रथम विकास योजना को भी मंजूरी देने का निर्णय किया है।
बारडोली शहर तथा आसपास के 16 गांवों के कुल 65.78 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र जिसमें बारडोली नगरपालिका का 6.67 वर्ग किमी तथा अन्य संबद्ध गांवों के क्षेत्रों के लिए बारडोली शहरी विकास प्राधिकरण (बूडा) का गठन राज्य सरकार द्वारा किया गया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने इस योजना के संबंध में भी त्वरित कार्यवाही कर विकास नक्शे को मंजूरी देते हुए नई दिशा प्रदान की है।
रूपाणी ने बूडा में शामिल हरेक गांवों को सड़कों से जोडऩे के लिए संबंधित गांवों की आबादी का आंकलन और मौजूदा भौतिक सुविधाओं की उपलब्धता आदि के अनुसार 18.00 से 30.00 मीटर चौड़ाई वाली विभिन्न सड़कों सहित 60.00 मीटर के रिंग रोड के आयोजन को मंजूरी दी है। विकास योजना में प्रस्तावित सड़क, बिजली और पानी सहित बुनियादी सुविधाओं तथा सार्वजनिक सेवाओं से संबंधित 10 वर्ष के कार्यों पर 425 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है।