गुजरात मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एक अधिकारी के मुताबिक संभवत: अगले वर्ष अगस्त तक यह मेट्रो मोटेरा से एपीएमसी वासणा उत्तर-दक्षिणी कॉरिडोर और वस्राल से थलतेज तक पूर्वी से पशिचम कॉरिडोर पर दौडऩे लगी है। बाद में यात्रियों की संख्या में इजाफा होने की संख्या है। विशेषतौर पर नौकरीपेशा और रेलवे स्टेशन आवाजाही करने वालों के लिए आसानी होगी। भीड़भाड़ से भी लोगों को निजात मिलेगी।
साबरमती पर मेट्रो ब्रिज तैयार खोखरा में एपरेल पार्क से लेकर शाहपुर-साबरमती नदी के तट मेट्रो ट्रेन अंडरग्राउण्ड में दौड़ेगी। इसके लिए साढ़े छह किलोमीटर लंबी सुरंग बन चुकी है। बाद में पीलर पर दौड़ेगी। इसके चलते साबरमती नदी पर मेट्रो ब्रिज बनाया गया है, जो बनकर तैयार हो चुका है।
वहीं अंडरग्राउण्ड में मेट्रो स्टेशन, ट्रैक, सिग्नलिंग और इलेक्ट्रिफिकेशन समेत कार्य भी काफी हद तक पूर्ण हो चुका है। यह सुरंग करीब 18 मीटर गहरी जमीन में बिछाई गई है, इसका व्यास 5.8 मीटर है अहमदाबाद के काफी व्यस्त इलाके के नीचे से होकर गुजरेगी।