अहमदाबाद. शहर में रविवार को निकाली गई कार रैली ने दोस्ती फिल्म की कहानी को ताजा कर दिया। वर्ष १९६४ में सत्येन बोस निर्देशित एवं तारचंद बडज़ात्या निर्मित दोस्ती फिल्म में नेत्रहीन और विकलांग युवकों की कहानी जैसा ही एक दृश्य रविवार की रैली में देखा गया। फर्क इतना है कि फिल्म में रास्ता बताने का
काम विकलांग का है जबकि रैली में यह काम नेत्रहीन कर रहे थे। दोनों का उद्देश्य मिलजुलकर आगे बढऩा है।
शहर में ब्लाइंड पीपुल्स एसोसिएशन (बीपीए), राउंड टेबल इंडिया एवं अहमदाबाद राउंड टेबल४० के संयुक्त तत्वाधान में निकाली गई इस २२वीं रैली में यूं तो सभी कार के चालकों को रास्ता दिखाने का काम नेत्रहीन ही कर रहे थे। लेकिन इनमें एक कार ऐसी भी थी जिसमें कार चला रहे प्रजापति रमेशभाई दोनों पैरों से विकलांग हैं जबकि उन्हें रास्ता दिखाने वाले (नेवीगेटर) ठाकोर हीरजी नेत्रहीन हैं। हालांकि रमेश ने अपनी कार को मोडीफाई करवाया हुआ है ताकि वह पैरों के बिना भी चलाई जा सके। इस कार में क्लच और ब्रेक का उपयोग हाथ से हो सकता है। नेत्रहीन और विकलांग (दिव्यांग) की इस जोड़ी ने एक दूसरे के सहयोग से ७० किलोमीटर का रास्ता आम व्यक्तियों की तरह पूरा कर लिया।
अनूठी इस कार रैली में ७० कारों ने भाग लिया। सभी में नेवीगेटर की भूमिका में नेत्रहीन ही रहे। दरअसल नेवीगेटर के हाथ में रूट का जो नक्शा था वह ब्रेल लिपी में तैयार किया गया। चालक उससे अनभिज्ञ था। रैली में ८१ कारों ने हिस्सा लिया। रविवार सुबह आठ बजे वापुर क्षेत्र स्थित बीपीए परिसर से आईएएस डी.एन. पंड्या ने झंडी दिखाकर कार रैली को प्रस्थान कराया। इसमें ८१ कारों ने भाग लिया।
नाम दिया हेरीटेज कार रैली
राउंड टेबल ४० के अध्यक्ष पुलकित गोयंका ने बताया कि शहर को हेरीटेज सिटी का दर्जा दिए जाने के कारण पुराने शहर से होकर यह रैली निकालने का निर्णय लिया गया। इस रूट में पर्यटक और ऐतिहिसिक स्थल आते हैं। संस्था के अन्य पदाधिकारी विनीत परीख के अनुसार शहर में अनेक बच्चे ऐसे हैं जो ऐतिहासिक शहर अहमदाबाद के पर्यटन स्थलों के बारे में बहुत कम जानते हैं। जागरुकता देने का भी यह प्रयास है। अंधजन मंडल के कार्यकारी सचिव डॉ. भूषण पुनानी ने बताया कि रैली का मार्ग ७० किलोमीटर है। रैली प्रस्थान के मौके पर बीपीए की कार्यकारी निदेशक नंदनी रावल, राउंड टेबल संस्था के पूर्व अध्यक्ष अंकित पारिख, अंकित अग्रवाल, भावि गोयंका, दिनेश बहल समेत अनेक लोग मौजूद रहे।