राजेश भटनागर को रोना ने एक बार फिर से सिर उठाया है। चीन में हालात भयावह होते जा रहे हैं। कोरोना के नए सब वैरिएंट बीएफ.7 ने भारत के साथ ही गुजरात में प्रवेश कर लिया है। इसकी घातकता और इसके फैलने की तीव्रता तो चीन में दिख ही रही है। देश के साथ-साथ गुजरात में सरकार ने लोगों को इससे बचाने और इसे फैलने से रोकने के लिए कदम उठाने की शुरुआत के साथ ही गाइडलाइन भी जारी कर दी है। मास्क, सेनेटाइजर का उपयोग, भीड़ से बचाव, अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलने, को-मोर्बिड लोगों को विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई है। अहमदाबाद, राजकोट में बड़े स्तर पर धार्मिक आयोजन जारी हैं। अहमदाबाद में कांकरिया कार्निवल, फ्लावर शो प्रस्तावित हैं। रोजाना कुछ न कुछ आयोजन हो रहे हैं। इनमें हिस्सा लेने वाले हर व्यक्ति को कम से कम मास्क जरूर पहनना चाहिए। मास्क ही कोरोना से बचाव का सबसे बड़ा हथियार बताया जा रहा है। कोरोना की तीन लहर में कई परिवार बिखर गए। अपनों को खोने का घाव तो जिंदगीभर नहीं भर सकता। कोरोना की इन लहरों के दौरान सरकार ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए ऑक्सीजन, ऑक्सीजन प्लांट, वेंटिलेटर, बेड सहित आवश्यक सामग्री की व्यवस्था की। नि:शुल्क टीकाकरण जारी है। सरकार कोरोना से बचाव के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। चिंताजनक बात है कि गुजरात में केवल 33 फीसदी लोगों ने ही बूस्टर डोज ली है। विदेश से आने वाले लोगों को कम से कम कोरोना की जांच करवाने की जरूरत होनी चाहिए। ऐसे हर व्यक्ति की नि:शुल्क व अनिवार्य कोरोना जांच हवाई अड्डे पर उतरते ही करवाने की व्यवस्था करनी चाहिए। कोरोना से बचाव के लिए लापरवाही न करते हुए कोरोना के कोई भी लक्षण दिखने पर लोगों के साथ-साथ को-मोर्बिड लोगों को भी चिकित्सक की सलाह लेकर कोरोना की जांच करवानी चाहिए। हर व्यक्ति को कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूर करना चाहिए।