नर्मदा परियोजना के जल की आपूर्ति करने वाली कच्छ शाखा नहर से निकलने वाली दुधई उप शाखा नहर का ओपन कैनाल के रूप में और 45 किलोमीटर विस्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता में शनिवार को गांधीनगर में आयोजित उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने यह निर्णय किया।
मुख्यमंत्री पटेल के इस निर्णय से इस शाखा नहर का दुधई से कुनारिया तक यानी 45 किलोमीटर तक विस्तार किए जाने से अंजार एवं भुज तहसीलों के किसानों और लोगों की मांग का अंत आएगा।
मुख्यमंत्री ने इस बैठक में सरदार सरोवर नर्मदा निगम के माध्यम से इस अतिरिक्त 45 किलोमीटर लम्बाई में लगभग 176 बड़े ढांचे का भी निर्माण करने तथा दुधई उप शाखा नहर के अतिरिक्त उसके विस्तार ढांचे के कार्यों को भी शुरू करने के आदेश दिए। हाल में दुधई उप शाखा नहर के भचाऊ से दुधई तक के 23.025 किलोमीटर लम्बाई के कार्य तथा उसके विस्तार ढांचे के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। अब इस नहर को भुज तहसील के कुनारिया तक बढ़ाए जाने से अंजार तथा भुज तहसीलों के अतिरिक्त 13,175 एकड़ क्षेत्र को सिंचाई के लिए नर्मदा जल मिलेगा। इससे पशुधन के पीने के पानी एवं घास-चारे की समस्या का निवारण होगा। इस नहर के पूर्ण होने पर नर्मदा में बाढ़ के समय उपलब्ध होने वाले अतिरिक्त पानी से कच्छ को आवंटित 1 मिलियन एकड़ फ़ीट पानी का रुद्रमाता बांध में संग्रह हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने इस बैठक में अनुमानित 1550 करोड़ रुपए के ख़र्च से शुरू किए जाने वाले इस दुधई शाखा नहर के कार्यों तथा उसके विस्तार ढांचे की नहरों के निर्माण कार्य के लिए निविदा प्रक्रिया तत्काल शुरू करने के भी निर्देश दिए।
उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, सरदार सरोवर नर्मदा निगम के प्रबंध निदेशक एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजीवकुमार गुप्ता, सरदार सरोवर नर्मदा निगम के निदेशक सिविल एण्ड कमाण्ड एरिया डवलपमेंट, जल संसाधन सचिव, विशेष सचिव और वरिष्ठ अभियंता भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री पटेल के इस निर्णय से इस शाखा नहर का दुधई से कुनारिया तक यानी 45 किलोमीटर तक विस्तार किए जाने से अंजार एवं भुज तहसीलों के किसानों और लोगों की मांग का अंत आएगा।
मुख्यमंत्री ने इस बैठक में सरदार सरोवर नर्मदा निगम के माध्यम से इस अतिरिक्त 45 किलोमीटर लम्बाई में लगभग 176 बड़े ढांचे का भी निर्माण करने तथा दुधई उप शाखा नहर के अतिरिक्त उसके विस्तार ढांचे के कार्यों को भी शुरू करने के आदेश दिए। हाल में दुधई उप शाखा नहर के भचाऊ से दुधई तक के 23.025 किलोमीटर लम्बाई के कार्य तथा उसके विस्तार ढांचे के कार्य पूर्ण हो चुके हैं। अब इस नहर को भुज तहसील के कुनारिया तक बढ़ाए जाने से अंजार तथा भुज तहसीलों के अतिरिक्त 13,175 एकड़ क्षेत्र को सिंचाई के लिए नर्मदा जल मिलेगा। इससे पशुधन के पीने के पानी एवं घास-चारे की समस्या का निवारण होगा। इस नहर के पूर्ण होने पर नर्मदा में बाढ़ के समय उपलब्ध होने वाले अतिरिक्त पानी से कच्छ को आवंटित 1 मिलियन एकड़ फ़ीट पानी का रुद्रमाता बांध में संग्रह हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने इस बैठक में अनुमानित 1550 करोड़ रुपए के ख़र्च से शुरू किए जाने वाले इस दुधई शाखा नहर के कार्यों तथा उसके विस्तार ढांचे की नहरों के निर्माण कार्य के लिए निविदा प्रक्रिया तत्काल शुरू करने के भी निर्देश दिए।
उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, सरदार सरोवर नर्मदा निगम के प्रबंध निदेशक एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. राजीवकुमार गुप्ता, सरदार सरोवर नर्मदा निगम के निदेशक सिविल एण्ड कमाण्ड एरिया डवलपमेंट, जल संसाधन सचिव, विशेष सचिव और वरिष्ठ अभियंता भी उपस्थित रहे।