प्राकृतिक रंगों से सजे गजानन बन रहे आकर्षण का केन्द्र
अहमदाबादPublished: Aug 23, 2019 04:57:33 pm
जामनगर में इको फ्रेंडली गणपति प्रतिमा
प्राकृतिक रंगों से सजे गजानन बन रहे आकर्षण का केन्द्र
जामनगर. गणेशोत्सव के नजदीक आने के साथ ही राज्य भर के कई हिस्सों में कलाकारों ने गणपति की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। प्लास्टिक ऑफ पेरिस (पीपीओ) की प्रतिमाओं पर प्रतिबंध होने के कारण अब ज्यादातर लोग इको फ्रेंडली प्रतिमाओं की ओर से आकर्षिक हो रहे हैं। जामनगर में भी कलाकारों ने मिट्टी की प्रतिमाओं को नेचरल वाटर कलर से श्रृंगारित करना शुरू कर दिया है।
शहर में गुलाबनगर स्थित नारायण नगर निवासी प्रजापति परिवार की ओर से पिछले छह वर्षों से अलग-अलग मिट्टी से इको फ्रेंडली गणपति की ४ से ६ फीट की प्रतिमाएं तैयार की जा रही हैं। इसमें प्रतिमाओं को सजाने के लिए नेचरल वाटर कलर का उपयोग किया जा रहा है। यह प्रतिमा एक घंटे में ही पानी में विसर्जित हो जाती है।
नारायण नगर निवासी लालजीभाई प्रजापति का कहना है कि वह परिवार के साथ पिछले ६ वर्षों से खेत की मिट्टी व लाल मिट्टी से प्रतिमा तैयार करते हैं। करीब ४ से ६ फीट ऊंची प्रतिमा की कीमत ३०० से ७५०० रुपए है। इस बार पीओपी की प्रतिमाओं पर प्रशासन की ओर से कड़ा रुख अपनाया जा रहा है, ऐसे में ज्यादातर लोग इको फ्रेंडली प्रतिमाओं की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उनका कहना है कि प्रतिमा को तैयार करने में १५-२० दिन लगते हैं।