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मनुष्य जीवन को संपूर्ण तौर पर संस्कृतमय बनाने पर जोर

locationअहमदाबादPublished: Mar 05, 2021 10:52:15 pm

Submitted by:

Rajesh Bhatnagar

सोमनाथ संस्कृत यूनिवर्सिटी का 13वां दीक्षांत समारोह

मनुष्य जीवन को संपूर्ण तौर पर संस्कृतमय बनाने पर जोर

मनुष्य जीवन को संपूर्ण तौर पर संस्कृतमय बनाने पर जोर

प्रभास पाटण. गिर सोमनाथ जिले के जिला मुख्यालय वेरावल स्थित संस्कृत यूनिवर्सिटी का 13वां दीक्षांत समारोह यूनिवर्सिटी परिसर में शुक्रवार को आयोजित हुआ।
अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल व कुलाधिपति आचार्य देवव्रत ने ऑनलाइन संबोधन में भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने के श्रेष्ठ कार्य के लिए यूनिवर्सिटी को शुभकामनाएं दी। उन्होंने वेद, ज्योतिष, व्याकरण, दर्शन, साहित्य आदि विषयों में उत्कृष्ट शोध, प्रकाशन व अध्यापन के लिए यूनिवर्सिटी की सराहना की। मुख्य अतिथि कथाकार रमेश ओझा ने ऑनलाइन संबोधन में मनुष्य जीवन को संपूर्ण तौर पर संस्कृतमय बनाने की अपील की।
अतिथि भारत सरकार के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एन. गोपालास्वामी ने वेद वाक्यों, विवेक और सेवा के माध्यम से समाज सेवा करने पर जोर दिया। उन्होंने स्नातक व स्नातकोत्तर कक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों से देवभाषा संस्कृत को मन में धारणकर मातृभूमि व देवभाषा संस्कृत का ऋण अदा करने की अपील भी की। समारोह में 19 स्वर्ण, 4 रजत पदक, 9 नकद पुरस्कार, कुल 32 पदक व पुरस्कार यूनिवर्सिटी, दानदाताओं, संस्थाओं के सहयोग से विद्यार्थियों को दिए गए। कार्यक्रम में कुल 16 विद्यार्थियों को पदक व नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कुल 750 स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की। कुलपति प्रो. गोपबंधु मिश्र ने अतिथियों का परिचय दिया। कुलसचिव डॉ. दशरथ जादव ने आभार व्यक्त किया।
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