वलसाड शहर के इतिहास में अब तक का यह सबसे बड़ा डिमोलिशन है। कल्याणबाग के सामने सरकारी जमीन पर करीब 40 साल से केबिन और दुाकानें स्थित थी। एक सप्ताह पूर्व नपा ने जगह खाली करने की नोटिस दी थी। नगर पालिका की नोटिस के बाद दुकानदारों ने विरोध भी किया था। लेकिन नगर पालिका ने इसे दरकिनार करते हुए शनिवार को जगु वसावा के नेतृत्व में नपा टीम पुलिस बंदोबस्त के साथ वहां पहुंची और डिमोलिशन शुरू कर दिया।
इस दौरान नवरंग लस्सी के नितिन सोनी ने अड़चन पैदा करने की कोशिश की, वहीं कई दुकानदार परिवार की महिलाओं ने भी पहुंचकर डिमोलिशन का विरोध किया लेकिन ऐसा करने वाले सभी लोगों को पुलिस ने हिरासत में लेकर थाने भेज दिया। नपा के चीफ आफिसर जगु वसावा ने कहा कि सरकार ने 40 साल पहले लोगों को व्यवसाय करने के लिए केबिन बनाई थी। लेकिन लोगों ने दो मंजिला तक पक्की दुकानें बनाकर सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया। यह मामला कोर्ट में भी गया था और 20 साल बाद 2015 में नगर पालिका के पक्ष में निर्णय आया था। इसके अंतर्गत नपा ने सरकारी जमीन खाली करवाई है।
डिमोलिशन से प्रभावित नितिन सोनी ने कहा कि इस जगह पर व्यवसाय करने के साथ ही लाइसेन्स और टैक्स की सभी रसीदें भी उनके पास हैं, सरकार ने यह जगह खाली करवाई है तो यहां के दुकानदारों को वैकल्पिक जगह देनी चाहिए। डिमोलिशन कार्रवाई के दौरान वलसाड पुलिस उपाधीक्षक एमएन चावड़ा, सिटी पीआई भट्ट, तीन पीएसआई समेत 50 से ज्यादा जवान मौजूद थे। नपा ने तीन जेसीबी मशीनों के जरिए सभी दुकानों को तोड़ दिया।