राहुल ने कहा कि मोदीजी भ्रष्टाचार पर कुछ नहीं बोले। राफेल सौदे, शाह के बेटे पर भी जवाब नहीं दिया। मोदी सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया, सिर्फ उद्योगपतियों का ही कर्ज माफ किया। जबकि हमारी सरकार ने 70 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि मोदीजी सी-प्लेन में उड़ें अच्छी बात है, लेकिन सवाल यह है कि गुजरात की जनता के लिए क्या किया।
राहुल ने कहा कि गुजरात में पहली बार ऐसा हो रहा है अधिकांश जाति समुदाय और वर्ग भाजपा के खिलाफ है। चाहे पाटीदार, दलित हो, ओबीसी हो या व्यापारी या फिर आशा वर्कर और किसान। सभी इस बार नाराज है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 22 सालों में पहली बार गुजरात में कांग्रेस ने एकजुट होकर अपनी स्ट्रेंथ दिखाई है । अध्यक्ष बनने के बाद राहुल ने अपनी प्राथमिकता के बारे में बताया कि उनकी कोशिश होगी कि देश को कांग्रेस की आइडियोलॉजी के बारे में बताएं ।
मणिशंकर अय्यर के बयान के बारे में राहुल ने बताया कि नरेंद्र मोदी हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं और उनके बारे में किसी भी तरह का अपशब्द वह सहन नहीं करेंगे। उसी तरह मनमोहन सिंह भी हमारे प्रधानमंत्री रहे हैं ,उनके बारे में भी किसी तरह की कि गलत बात किसी को नहीं कहना चाहिए। चुनाव वादों पर कायम पर रहने से जीता जाता है, जो वादों में बदलाव नहीं करते वे जीतते हैं। भाजपा गुजरात में वादों में बदलाव कर रही है, लेकिन वह विफल है।
पाटीदारों को आरक्षण युवाओं को रोजगार दे कैसे देंगे, इस मुद्दे पर उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों से गुजरात घूम रहे हैं सभी वर्गों से बात की है कांग्रेस के पास अब गुजरात के लिए विजन है। संविधान के दायरे में आरक्षण देंगे, जिसे आयोग द्वारा मंजूरी दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम सरदार पटेल हेल्थ कार्ड के तहत राजस्थान की तर्ज पर मुफ्त दवाएं देंगे। राहुल ने कहा कि भाजपा के राज में गुजरात में 90त्न कॉलेजों का निजीकरण किया गया है 715 -15 लाख की फीस देकर मध्यम वर्ग अपने बच्चों को कैसे पढ़ाएगा! उनकी सरकार आई तो सरकारी कॉलेज खोले जाएंगे।
‘मैं केदारनाथ भी गया था’
राहुल ने चुनाव प्रचार के दौरान मंदिर जाने के सवाल पर कहा कि मैं पहले भी केदारनाथ मंदिर जा चुका हूं। जहां मौका मिलता है, मंदिर जाता हूं। मंदिर जाना मना है क्या? मैं जाता रहूंगा और मंदिर जाना अच्छा लगा। राहुल मंगलवार को भी अहमदाबाद को भी जमालपुर स्थित जगन्नाथ मंदिर में गए थे।