पत्रकारों की प्रतिदिन परीक्षा, रोज आता है परिणाम भी : झा
अहमदाबादPublished: May 20, 2019 12:01:29 am
नारद जयन्ती के अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र की ओर से 6 पत्रकारों का सम्मान
पत्रकारों की प्रतिदिन परीक्षा, रोज आता है परिणाम भी : झा
अहमदाबाद. विश्व संवाद केन्द्र (वीएसके) के गुजरात केन्द्र की ओर से नारद जयन्ती के अवसर पर यहां रविवार को आयोजित समारोह में 6 पत्रकारों का सम्मान किया गया। मुख्य वक्ता पूर्व सूचना आयुक्त, गुजरात साहित्य अकादमी के पूर्व अध्यक्ष व साहित्यकार भाग्येश झा ने कहा कि पत्रकारों की प्रतिदिन परीक्षा होती है तथा रोज उसका परिणाम भी आता है।
उन्होंने कहा कि अल्पजीवी समाचारों के युग में धीमी पत्रकारिता की भी आवश्यकता होगी। समाज को दिशा देने वाले लोग पत्रकार हैं, पत्रकार कभी इतिहास नहीं लिखता लेकिन पत्रकारों के बिना इतिहास लिखा भी नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि क्रिएटिव राइटिंग (रचनात्मक लेखन) का बहुत बड़ा चैलेन्ज (चुनौती) है और हेड लाइन बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। आज जब लोगों के पास समय की कमी है, तब कुछ काम करने का ज्ञान देने वाला भी पत्रकार है।
उन्होंने कहा कि नारद का कार्य सकारात्मक बातों को बाहर लाना था, बिना किसी भेदभाव के यह काम करने वाला ही नारद का अनुयायी हो सकता है। वे नारद के साथ-साथ कालिदास की बात कहते हुए बोले कि मेघदूत में बादलों के माध्यम से संदेश भेजने की बात कालिदास ने कही है। आजकल कवि कालिदास का अध्ययन करके क्लाउड कम्प्यूटिंग कर रहे हैं, आजकल कस्टम न्यूज केटरिंग का जमाना है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों को तीन बातों – मैं प्रथम हूं, मैं एकमात्र हूं और मैं विश्वसनीय हूं, से सावधानी रखने की आवश्यकता है। पत्रकार को हमेशा जागृत रहना आवश्यक है। पत्रकार जितना सतर्क होगा, उतना ही समाज सतर्क रहेगा और समाज सतर्क रहेगा तो सरकार भी सही ढंग से ही चलेगी। उन्होंने कहा कि भविष्य का पत्रकारत्व विषय पर हॉवर्ड में एक शोध हुआ और वर्डस्मिथ नामक एक एप तैयार किया गया, उनका कहना है कि भूकम्प सरीखे समाचार की रिपोर्ट रोबोट को दें तो वह 3000 शब्दों की रिपोर्ट तैयार कर देगा।
अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) क पश्चिम क्षेत्र के संघचालक डॉ. जयन्तीभाई भाड़ेसिया ने कहा कि आचार, नैतिकता व देश प्रेम पत्रकारत्व की नींव होनी चाहिए। समारोह में पत्रकार जयवंत पंड्या, विवेक कुमार भट्ट, मनोज मेहता, मौलिन मुंशी, विशेष तौर पर सुदर्शन उपाध्याय, हर्षद याज्ञिक को सम्मानित किया गया। गुजरात प्रान्त के संघचालक डॉ. भरत पटेल, प्रान्त के पूर्व संघचालक अमृतभाई कड़ीवाला, प्रान्त सम्पर्क प्रमुख व वीएसके गुजरात के ट्रस्टी हरेश ठाकर, प्रान्त प्रचार प्रमुख विजय ठाकर, प्रान्त सह प्रचार प्रमुख हितेन्द्र मोजिद्रा भी मौजूद थे। इस अवसर पर विजय ठाकर को वीएसके गुजरात के ट्रस्टी व मोजिद्रा को प्रबन्ध ट्रस्टी घोषित किया गया।