अनोखा विरोध प्रदर्शन
आंदोलन के दौरान गुरुवार को बुजुर्ग किसान की सलाह से सरकार के मगज का ऑपरेशन करने का आश्र्चयजनक कार्यक्रम रखा। सरकार के प्रतिकात्मक रूप में एक व्यक्ति को चुना और उसे पकड़कर डॉक्टर के पास ले गए और चिकित्सक को कहा कि इतना आंदोलन करने के बावजूद भी सरकार कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। चिकित्सक ने मगज का ऑपरेशन करने की सलाह दी और सरकार के मगज का ऑपरेशन करने का नाटक किया। नाटक के दौरान चिकित्सक भी बेहोश हो गए। होश में आने पर चिकित्सक से पूछा तो उन्होंने जबाव दिया कि ‘पूरा मगज खोल कर रख दिया, लेकिन किसानों के हित की सोचने वाली एक भी नस नहीं मिली।
इस आंदोलन में पालाभाई आंबळिया, जीवाभाई कनारा, कनुभाई आंबलिया, जगदीश चावड़ा सहित करीब ५०० किसान जुड़े।
एक अनशनकारी की तबीयत बिगड़ी
अनशन पर बैठे करीब ५० किसानों में से गुरुवार को एक अनशनकारी की तबीयत बिगड़ गई, जिसे अस्पताल में पहुंचाया गया। अनशन के दौरान कनुभाई आंबळिया को चक्कर आने से भगदड़ मच गई थी। सूचना मिलने पर खंभाळिया सरकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. केतन जोशी चिकित्सकों की टीम के साथ अनशन स्थल पर पहुंचे ।