अहमदाबाद. शहर के चाणक्यपुरी इलाके में स्थित आईडीपी स्कूल में सोमवार को अभिभावकों ने हंगामा मचाया। अभिभावकों के हंगामे के चलते स्कूल संचालक स्कूल के पिछले दरवाजे से बाहर निकल गए। अभिभावकों का आरोप था कि स्कूल संचालक अभिभावकों को बीते 15 दिनों से बुलाकर फीस भरने के लिए दबाव डाल रहे हंंै। फीस नहीं भरने पर बच्चों को 22 मार्च से शुरू हो रहीं परीक्षाओं में नहीं बैठने देने की धमकी भी दे रहे हैं। इस बाबत जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी (डीपीईओ) को भी शिकायत की गई, लेकिन कोई हल नहीं निकला है। स्कूल संचालकों के इस रवैये के विरोध में अभिभावकों ने सोमवार को स्कूल पर पहुंचकर संचालकों से मुलाकात की कोशिश की, लेकिन वह तैयार नहीं हुए। अभिभावक अग्रणी शैलेष पटेल ने बताया कि सभी अभिभावक सरकार की ओर से घोषित की गई १५ हजार रुपए से अधिक स्कूल की ओर से बताई २४ हजार रुपए की फीस भरने को तैयार हंै, लेकिन १५ हजार से ज्यादा की भरी हुई फीस आगामी शैक्षणिक वर्ष २०१८-१९ में स्कूल संचालकों की ओर से समायोजित करके देने का लिखित में आश्वासन देने की मांग कर रहे हैं। स्कूल संचालक लिखित में आश्वासन देने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि यूं तो सुप्रीमकोर्ट या सरकार ने ऐसा कोई भी आश्वासन लिखित में देने के लिए नहीं कहा है। सरकार ने कहा है तो संचालक आगामी शैक्षणिक वर्ष में अतिरिक्त फीस को समायोजित करने के लिए तैयार ही हैं। इसमें लिखित में देने की जरूरत नहीं है। अभिभावकों का कहना था कि स्कूल संचालकों की ओर से शैक्षणिक वर्ष २०१७-१८ की तुलना में २०१८-१९ की वार्षिक फीस में १० प्रतिशत का इजाफा भी कर दिया गया है। पहले जो फीस १८ हजार थी उसे 21 हजार और अंग्रेजी माध्यम में जो २६ हजार थी उसे बढाकर २९ हजार रुपए कर दिया है। आज डीपीईओ में आरटीआई! शैलेष पटेल ने बताया कि स्कूल संचालकों ने अभिभावकों की बात नहीं मानीं और वह स्कूल के पिछले दरवाजे से निकलकर बाहर चले गए। अभिभावकों ने शाम करीब साढ़े पांच बजे तक स्कूल परिसर में धरना दिया। अब मंगलवार को स्कूल के बीते तीन सालों के ऑडिट हिसाब को आरटीआई करके मांगा जाएगा।