ऑक्सीजन की अधिक आपूर्ति के कारण लगी आग : एसीएस
अहमदाबादPublished: Nov 28, 2020 12:37:19 am
राजकोट शहर के उदय शिवानंद कोविड अस्पताल में आग की जांच के लिए गांधीनगर से शुक्रवार दोपहर में पहुंचे अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) ए.के. राकेश ने कहा
ऑक्सीजन की अधिक आपूर्ति के कारण लगी आग : एसीएस
राजकोट. शहर के उदय शिवानंद कोविड अस्पताल में आग की जांच के लिए गांधीनगर से शुक्रवार दोपहर में यहां पहुंचे अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) ए.के. राकेश ने कहा कि प्राथमिक दृष्टि पर लग रहा है कि आक्सीजन की अधिक आपूर्ति के कारण आग लगी।
अस्पताल में गुरुवार मध्यरात्रि बाद आग लगने के कारण 5 मरीजों की मौत के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने प्रदेश के पंचायत व ग्राम गृह निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) ए.के. राकेश को जांच की जिम्मेदारी सौंपी। वे शुक्रवार दोपहर में यहां पहुंचे। जिला कलक्टर रेम्या मोहन, शहर पुलिस आयुक्त मनोज अग्रवाल, राजकोट महानगर पालिका (आरएमसी) के आयुक्त उदित अग्रवाल आदि अधिकारियों के साथ अस्पताल का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि गुरुवार मध्यरात्रि बाद करीब 12.10 बजे आग लगी और करीब 12.55 बजे बुझा दी गई। ऑक्सीजन के कारण लगी आग तेजी से फैल गई। दूसरी मंजिल से मरीजों को छत पर ले जाया गया लेकिन, पहली मंजिल के मरीजों की मौत हुई। ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी के बारे में उन्हें जानकारी नहीं होने की बात स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल), पश्चिम गुजरात विज कंपनी लिमिटेड (पीजीवीसीएल), पुलिस, दमकल टीमों सहित प्रशासन जांच में जुटा है। एक-दो दिन में रिपोर्ट आने के बाद वास्तविक निष्कर्ष पहुंचा जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने और कोविड अस्पतालों में अग्नि सुरक्षा के अधिक असरदायक कदम उठाने के लिए राज्य सरकार को सिफारिश की जाएगी। फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है लेकिन, जांच में बाहर आने वाले नामों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। आग में झुलसने से या धुएं के कारण मौत होने के बारे में रिपोर्ट आनी बाकी है।
अस्पताल पहुंचकर उन्होंने अधिकारियों से अनेक सवाल किए। इस दौरान नोडल अधिकारी राहुल गुप्ता आदि भी साथ थे। अस्पताल से वे जिला कलक्टर कार्यालय पहुंचे और अधिकारियों के साथ बैठक में आवश्यक जानकारी ली। जिला कलक्टर रेम्या मोहन ने बताया कि जांच कार्य पूरा करने के बाद एसीएस राकेश की ओर से राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंपी जाएगी और बाद में कार्रवाई की जाएगी।