ऐसा संभवत: पहली बार है जब भाजपा ने राज्य विधानसभा चुनाव से पूर्व घोषणा पत्र नहीं जारी किया है। पिछते तीन विधानसभा चुनावों पर गौर करें, तो भाजपा ने वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव में 12 दिन पहले, वर्ष 2007 के चुनाव में 4 दिन पहले तथा गत विधानसभा चुनाव में 10 दिन पहले घोषणा पत्र जारी किया था। पार्टी के घोषणा पत्र के मुद्दे पर प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र यादव कई मौकों पर ‘शीघ्र’ शब्द से जवाब देते रहे, वहीं भाजपा के कई नेता व प्रवक्ता इसे लेकर पूरी तरह चुप्पी साधे रखी है। वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने भी इस बात का जवाब नहीं दिया।
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री आर.पी.एन.सिंह ने कहा कि भाजपा पिछले घोषणापत्र के काम ही पूरा नहीं कर सकी है, इसलिए पार्टी ने ऐसा करना मुनासिब नहीं समझा होगा।
उधर, राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) बी.बी.स्वैन ने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल कभी भी घोषणापत्र जारी कर सकता। घोषणा पत्र पर आचार संहिता लागू नहीं होती।
यदि पिछते तीन चुनावों पर गौर करें, तो भाजपा ने वर्ष 2002 में 12 दिन पहले वहीं वर्ष 2007 के चुनाव में 4 दिन पहले तथा गत विधानसभा चुनाव में 10 दिन पहले घोषणा पत्र जारी किया था
चुनावी वर्ष मतदान का दिन घोषणा पत्र का दिन
2002 12 दिसम्बर 1 दिसम्बर
2007 11 व16 दिसम्बर 7 दिसम्बर
2012 १३ व 17 दिसम्बर ३ दिसम्बर
2017 9 व 14 दिसम्बर 7 दिसम्बर तक नहीं
यदि पिछते तीन चुनावों पर गौर करें, तो भाजपा ने वर्ष 2002 में 12 दिन पहले वहीं वर्ष 2007 के चुनाव में 4 दिन पहले तथा गत विधानसभा चुनाव में 10 दिन पहले घोषणा पत्र जारी किया था