तमिलनाडु के साथ-साथ पश्चिम बंगाल, ओडिशा, कर्नाटक और दमण व दीव में वृद्धि दर्ज की गई। पश्चिम बंगाल में मछली उत्पादन में 15 वर्ष बाद दुगनी वृद्धि देखी गई। राज्य में 2.49 लाख टन उत्पादन रहा। उधर ओडिशा में 1.02 लाख टन, आंध्र प्रदेश में 2.59 लाख टन, तमिलनाडु में 10 फीसदी वृद्धि के साथ 7.75 लाख टन उत्पादन पाया गया। पश्चिमी तट पर चक्रवात के बावजूद कर्नाटक में 5.01 लाख टन मछली का उत्पादन हुआ। दमण व दीव में 1.12 लाख टन उत्पादन दर्ज किया गया।
महाराष्ट्र, गोवा, केरल में भी गिरावट गुजरात के साथ-साथ महाराष्ट्र, गोवा, केरल और पुद्दुचेरी में अपेक्षाकृत कमी देखी गई। पुद्दुचेरी में 0.37 लाख टन उत्पादन, केरल में 5.44 लाख टन, गोवा में 0.33 लाख टन, महाराष्ट्र में 2.01 लाख टन और गुजरात में 7.49 लाख टन मछली का उत्पादन हुआ।
गुजरात में वेरावल, मांगरोल, पोरबंदर, जाफराबाद, अमरेली, राजपरा सेन्टरों में 71 फीसदी उत्पादन हुआ। कच्छ जिले के भचाऊ पोर्ट पर 5.7 फीसदी उत्पादन रहा। राज्य में गिर सोमनाथ ने 44 फीसदी, देवभूमि द्वारका 17 फीसदी और अमरेली जिले की हिस्सेदारी 12 फीसदी रही।
गुजरात में वेरावल, मांगरोल, पोरबंदर, जाफराबाद, अमरेली, राजपरा सेन्टरों में 71 फीसदी उत्पादन हुआ। कच्छ जिले के भचाऊ पोर्ट पर 5.7 फीसदी उत्पादन रहा। राज्य में गिर सोमनाथ ने 44 फीसदी, देवभूमि द्वारका 17 फीसदी और अमरेली जिले की हिस्सेदारी 12 फीसदी रही।