किसानों की भांति आंदोलन की अपील गुजरात बोट एसोसिएशन के अध्यक्ष गोपाल फोफंडी ने 50 लाख रुपए की नाव का बीमा नहीं करने और मांग करने पर लाइसेंस रद्द करने का आरोप लगाया। उन्होंने मांगों को लेकर दिल्ली में किसानों के आंदोलन की भांति गुजरात के मछुआरों को भी आंदोलन करने की अपील की।
कम अनुदान देने, सहायता नहीं करने के भी आरोप जाफराबार, पोरबंदर, कच्छ आदि स्थानों के पटेलों ने रोष जताते हुए आरोप लगाया कि 300 लीटर के बजाय मात्र 35 लीटर केरोसिन दिया जा रहा है और 80 रुपए लीटर के मुकाबले मात्र 25 रुपए का अनुदान दिया जा रहा है। इसके अलावा मछली पकडऩे के हजारों रुपए के जाल के लिए मामूली अनुदान राशि दी जाती है। समुद्र में दुर्घटनावश मौत होने पर सबूत देने के बावजूद खलासियों के परिवारों को सहायता नहीं मिलती। यह भी आरोप लगाया गया कि प्राकृतिक आपदाओं में हजारों रुपए के नुकसान के बावजूद सहायता राशि नहीं दी जाती, बैंकों से ऋण नहीं दिया जाता और सरकार की ओर से भी मदद नहीं की जाती। बैठक में सूरत, कच्छ, ओखा, द्वारका सहित 35 से अधिक छोटे-बड़े बंदरगाहों के पटेलों, नाव, होड़ी, पिलाणी एसोसिएशनों के अध्यक्षों और अग्रणियों ने बैठक में हिस्सा लिया।