कबाड़ दिखाने के बहाने बुलाकर पलवल में व्यापारियों को लूटा
अहमदाबादPublished: May 20, 2018 11:26:34 pm
रिवॉल्वर, चाकू की नोंक पर आंगडिया से पांच लाख लेने के बाद छोड़ा,पलवल पुलिस ने नहीं ली शिकायत, ओढव ने किया मामला दर्ज
कबाड़ दिखाने के बहाने बुलाकर पलवल में व्यापारियों को लूटा
अहमदाबाद. वॉट्स एप पर चैटिंग करके विश्वास जीतने के बाद माल दिखाने के बहाने से गुडग़ांव बुलाने के बाद कार में पलवल ले जाकर अहमदाबाद के दो व्यापारियों को लूटने का मामला सामने आया है। रिवॉल्वर, चाकू की नोंक पर व्यापारियों से पांच लाख वसूलने के बाद व्यापारियों को छोड़ा। पलवल पुलिस में शिकायत को पहुंचे तो शिकायत नहीं ली आखिरकार ओढव पुलिस ने व्यापारियों की शिकायत पर मामला दर्ज किया है।
मूलरूप से राजस्थान के जालौर जिले की सांचौर तहसील के लुणियासरा गांव निवासी हाल ओढव में रहने वाले व कबाड़ का व्यापार करने वाले सेंधाराम उर्फ सुरेश चौधरी ने शनिवार रात को संजय शर्मा, अनिल शर्मा व चार अन्य लोगों के विरुद्ध अपहरण, मारपीट, डकैती, विश्वासघात, आम्र्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई है।
सेंधाराम बताते हैं कि करीब चार या पांच मई को उन्हें संजय शर्मा नाम के व्यक्ति ने फोन करके संपर्क किया। वॉट्स एप के जरिए एसएस, एल्युमिनियम कबाड़ का फोटो भेजा और उसे बेचने की बात कही। लगातार संपर्क में रहा और विश्वास जीता। माल दिखाने के बहाने से १५ मई को गुडग़ांव बुलाया। वहां राजीवचौक पर टैक्सी भेजी, जिसके जरिए पलवल जिले में हाईवे से करीब १० किलोमीटर अंदर एक ईंट के भट्ठे के पीछे ले जाकर बंधक बनाया। वहां मौजूद चार लोगों ने रिवॉल्वर व चाकू दिखाकर २५ से ३० लाख रुपए मांगे। नहीं तो किडनी निकाल लेने की बात कही। बात में तत्काल पांच लाख रुपए मंगाने की बात कही। सेंधाराम और उनके साथ गए उनके मित्र गुलाब वैष्णव से मारपीट की। सेंधाराम के मुंह पर रिवॉल्वर के बट से वार किया। घबराए सेंधाराम को धमकाकर पांच लाख रुपए आंगडिया के जरिए दिल्ली में मंगवाए। रुपए ले लिए। उनका फोन, गुलाबभाई की जेब से १० हजार की नकदी, सोने की चेन लूट ली। एवं पेटीएमके जरिए ४ हजार रुपए भी ट्रांसफर कर लिए। रुपए मिलने के बाद आरोपियों ने उन्हें शाम को मथुरा हाईवे पर छोड़ दिया। वहां से उन्होंने ऑटो, टैक्सी पकड़ी। पलवल पहुंचे। टैक्सीवाले को आपबीती बताई तो वह पलवल की धतीर पुलिस चौकी ले गया। वहां शिकायत दर्ज करने की बात कही तो पुलिस ने शिकायत नहीं ली। इस पर वापस अहमदाबाद आकर १९ मई को ओढव में जाकर शिकायत दर्ज कराई।