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अब आईआईएम-ए में पढ़ाएंगे प्रणब दा

locationअहमदाबादPublished: Sep 08, 2018 11:40:16 pm

Submitted by:

Uday Kumar Patel

-पब्लिक पॉलिसी फॉर इन्क्लूसिव डवलपमेंट ऑफ इंडिया नामक नए कोर्स में देंगे लेक्चर

Fomer President Pranab Mukherjee will teach in IIM-A

अब आईआईएम-ए में पढ़ाएंगे प्रणब दा

अहमदाबाद. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अब देश के प्रतिष्ठित प्रबंध संस्थान-आईआईएम-अहमदाबाद में पढ़ाएंगे। पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम इन मैनजमेंट (पीजीपीएम), फूड एंड एग्री बिजनेस मैनेजमेंट (एफएबीएम) तथा पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम फॉर एक्जीक्यूटिव्स (पीजीपीएक्स) के विद्यार्थियों को भारत के समावेशी विकास के लिए जन नीति (पब्लिक पॉलिसी फॉर इन्क्लूसिव डवलपमेंट ऑफ इंडिया) नामक नए कोर्स में लेक्चर देंगे। यह पूरी तरह से नया कोर्स है जिसे जेएसडब्ल्यू स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी के तहत पढ़ाया जाता है। वे इस नए कोर्स के लिए 22 सेशन में से कम से कम 12 सत्रों में फैकल्टी के रूप में कार्यरत रहेंगे।
पूर्व राष्ट्रपति सामाजिक-आर्थिक समावेशिता के संवैधानिक प्रावधान: सिद्धांत व संसदीय प्रणाली तथा वित्तीय समावेश के लिए नीति व संस्थागत हस्तक्षेप सहित अन्य व्यापक थीम को लेकर विद्यार्थियों को पढ़ाएंगे।
संस्थान का मानना है कि पांच दशकों तक भारतीय राजनीति व शासन में रहने के अनुभव से विद्यार्थियों को काफी लाभ मिलेगा।
मुखर्जी से पहले दिवंगत राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम भी आईआईएम-अहमदाबाद में विद्यार्थियों को पढ़ा चुके हैं। कलाम ने इस संस्थान में ग्लोबलाइजिंग एंड रिसर्जेन्ट इंडिया थ्रू इन्नोवेटिव ट्रांसफॉर्म कोर्स पढ़ाया था।
मुखर्जी के अलावा जेएसडब्ल्यू स्कूल ऑफ पब्लिक पॉलिसी के चेयरपर्सन प्रो. विजय शेरी चंद व प्रो. अनिल गुप्ता अन्य सत्रों में पढ़ाएंगे। यह कोर्स समावेशी विकास के इच्छनीय अंत तथा भारत में संसदीय लोकतंत्र प्रणाली के बीच परस्पर क्रिया के व्यापक परिदृश्य को रेखांकित करता है। पूर्व राष्ट्रपति के पास भारत के समावेशी विकास के लिए जननीति के सैद्धांतिक व प्रैक्टिकल बातों के बारे में बेहतर जानकारी दे सकते हैं। इस कोर्स के तहत मुखर्जी के अध्यापन से इस कोर्स के तहत प्रबंधन के विद्यार्थी बहुत कुछ सीख सकेंगे।
कलाम भी पढ़ा चुके हैं यहां

स्वर्गीय राष्ट्रपति कलाम का आईआईएम-ए से लंबे समय तक नाता रहा। उन्होंने यहां के प्रोफेसर अनिल गुप्ता के साथ इन्नोवेशन को लेकर कई कार्यक्रम आरंभ किए थे। मुखर्जी से पहले दिवंगत राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम भी आईआईएम-अहमदाबाद में विद्यार्थियों को पढ़ा चुके हैं। कलाम ने इस संस्थान में ग्लोबलाइजिंग एंड रिसर्जेन्ट इंडिया थ्रू इन्नोवेटिव ट्रांसफॉर्म कोर्स पढ़ाया था।
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