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किराना स्टोर में आग से एक ही परिवार के चार की मौत

locationअहमदाबादPublished: Jan 09, 2018 06:43:59 pm

Submitted by:

Nagendra rathor

पति-पत्नी, पुत्र व भाई शामिल

Naranpura Fire
अहमदाबाद. नारणपुरा के वरदान टावर में स्थित क्षेमणकरी माता प्रोविजन स्टोर में मंगलवार सुबह अचानक लगी आग में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में पति ,पत्नी, पुत्र व दुकान संचालक के भाई शामिल हैं।
राजस्थान के पाली जिले की राणी थाना क्षेत्र के विरमपरा गांव के मूल निवासी चुनीलाल उर्फ सुनील चौधरी (३५) बीते करीब पांच-छह सालों से वरदान टावर में ही किराणा स्टोर (दुकान) चलाते थे। वह दुकान के पिछले हिस्से में बने एक छोटे से कमरे में परिवार के साथ रहते भी थे। उनके साथ उनकी पत्नी लीला (३०), छोटाभाई मोहन चौधरी (३०) व पुत्र अर्जुन (४ साल) भी साथ ही रहते थे।
मंगलवार सुबह किसी कारणवश दुकान के पिछले हिस्से में जहां पर वह परिवार के साथ रहते थे और रात के समय सोए हुए थे वहां पर अचानक आग लग गई। इस घटना के चलते चारों ही लोग बुरी तरह से झुलस गए। इसका पता मंगलवार सुबह तब चला जब पड़ोसियों ने दुकान के अंदर से धुआं निकलते देखा। आसपास के लोगों ने दुकान के बंद शटर के आगे लगी लोहे की जाली तोडऩे की कोशिश की। लेकिन सफलता नहीं मिली। इस पर उन्होंने फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंचे दमकल विभाग ने जाली को तोड़कर बाहर किया और फिर शटर को ऊंचा करके आग बुझाई।
अंदर से चुनीलाल, उनकी पत्नी लीलाबेन, पुत्र अर्जुन व चुनीलाल के भाई मोहन झुलसी हुई अवस्था और अचेत अवस्था में मिले।
चुनीलाल को आपातकालीन चिकित्सा सेवा १०८ की मदद से असारवा सिविल अस्पताल भेजा गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। चुनीलाल की पत्नी लीलाबेन को उपचार के लिए वी.एस.अस्पताल भेजा जहां उन्हें भी चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पुत्र अर्जुन और मोहन को उपचार के लिए सोला सिविल अस्पताल भेजा था, लेकिन यहां पर भी जब तक यह पहुंचे और उपचार मिले तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे।
मनपा उपायुक्त को सौंपी जांच
घटना स्थल पर पहुंचे इलाके के पार्षद व मनपा के महापौर गौतम शाह ने बताया कि कॉमर्शियल दुकान-किराणा स्टोर में रहना नियमों के विपरीत है। किराणा स्टोर में आग लगने से चार लोगों की मौत की घटना काफी दुखद है। यह कैसे हुई, इसका क्या कारण हैं, इसकी जांच के लिए मनपा उपायुक्त आर्जव शाह को जांच सौंपी गई है। एफएसएल, पुलिस की भी मदद ली जा रही है।
कॉमर्शियल स्थलों पर निवास रोकने को उठाएंगे कदम
महापौर ने इस घटना को चिंताजनक बताते हुए ऐसी घटनाएं शहर में अन्य स्थलों पर ना हों इसलिए इससे सबक लेते हुए कॉमर्शियल स्थलों पर निवास या रहने की प्रवृत्ति को शहर में रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उपायुक्त को सौंपी गई जांच में इस दिशा में भी उचित मार्गदर्शिका बनाने और क्या कदम उठाए जा सकते हैं उसकी भी रिपोर्ट पेश करने को कहा है। ध्यान में आया है कि शहर में कई कॉमर्शियल इलाकों में लोग रहते भी हैं, जो अवैध है। इसे रोकने के लिए कदम उठाना जरूरी है।
शॉर्ट सर्किट-दम घुटने से मौत की आशंका: पीआई
नारणपुरा थाने के पुलिस निरीक्षक जे.आर.पटेल ने बताया कि यह दंपत्ति बीते चार सालों से इस किराणा स्टोर में पिछले हिस्से में बनी छोटी सी कोठरी में रह रहा था। अंदर ही अटैच शौचालय-बाथरूम है और आगे के छोटे से हिस्से में रसोई घर बना रखा है। प्रथमदृष्टया मौत की वजह दम घुटने से और झुलसने से होने की आशंका है। आग शॉर्ट सर्किट से लगी होने की आशंका है। इसके अलावा गैस लीकेज हुई हो और फिर शॉर्ट सर्किट के चलते आग लगी होने की भी आशंका है। इसके अलावा भी अन्य सभी पहलुओं को देखते हुए भी जांच कर रहे हैं। हालांकि पुख्ता कारणों का पता लगाने के लिए एफएसएल की मदद ली जा रही है।
बुआ के घर होने से बची बच्ची
चुनीलाल के परिवार में सिर्फ अब एक सात वर्षीय उनकी बच्ची पूजा बची है। वह भी इसलिए क्योंकि वह उनके साथ नहीं बल्कि पास ही नारणपुरा में दर्शन अपार्टमेंट में रहने वाली अपनी बुआ के यहां रहती है। चुनीलाल उसे अपनी बहन के घर रखकर ही पास के एक इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ाते हैं। उसे जब घटना की जानकारी मिली और वह यहां बुआ के साथ पहुंची और अंदर का दृश्य देखा तो घबरा गई। यह देख उसकी बुआ ने उसे गले से लगा लिया और फिर उसे अपने साथ ले गई।
हर संभव मदद करेगी सरकार: कौशिक पटेल
नारणपुरा के विधायक व राजस्व मंत्री कौशिक पटेल ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सरकार पीडि़त परिवार की हर संभव मदद करेगी। शवों को उनके पैतृक गांव राजस्थान पहुंचाने में भी मदद करेगी। इसके अलावा भी जो संभव होगा वह मदद की जाएगी। इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाकर उचित कदम भी उठाए जाएंगे।
गांव में होगा अंतिम संस्कार, देर शाम रवाना हुए शव
चौधरी परिवार के चार सदस्यों की मौत की घटना नारणपुरा में होने के बाद उनका अंतिम संस्कार राजस्थान के पाली जिले में स्थित गांव में किया जाएगा। मृत परिवार चुनीलाल के जीजा नरेश चौधरी इन सभी के शवों को दो वाहनों के जरिए राजस्थान के लिए मंगलवार शाम को रवाना हो गए।
अतिक्रमण पर चला बुलडोजर
वरदान टावर में हुई इस घटना के चलते लोगों का गुस्सा भी जमकर फूटा। टावर के निचले हिस्से में कई जगहों पर दुकानदारों की ओर से अतिक्रमण किया हुआ है। इस घटना के चलते मौके पर पहुंचे महापौर, राजस्व मंत्री के समक्ष भी उन्होंने शिकायत की, जिसके चलते देर शाम को मनपा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण पर हथौड़ा चलाते हुए इसे दूर कर दिया। इसकी मुख्य वजह यह भी थी कि अतिक्रमण के चलते काफी देर तक फायरब्रिगेड कर्मचारियों को आग बुझाने के लिए पानी के वाल्व को खोजने में समय लगा और इसका वाल्ब बंद था, जिसे खुलवाने में भी देर लगी।
टावरवालों से हुआ था झगड़ा
टावरवाले बताते हैं कि इस परिवार के किराणा स्टोर के पीछे रहने पर कई पड़ोसियों ने व टावरवालों ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी। इस बारे में एक दो बार तो झगड़ा भी हुआ था, लेकिन चुनीलाल थोड़े दिन की मोहलत मांगकर यहां रहता था।

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