शंकरसिंह राजपुरोहित ने राजस्थानी बंधुओं को अपनी वीरता की याद दिलाते हुए कहा कि राष्ट्र की रक्षा के लिए मोदी को अपना कार्य पूरा करने का मौका मिला है। आप मतदान करके पुन: ताकत दें। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि मैं गुजरात के गावों में गया था। वहां की सडक़ें हमारी राजधानी से अच्छी हैं।यहां के कई कार्य पूरे देश के लिए रोल मॉडल हैं। सतीष उपाध्याय ने कहा कि अहमदाबाद में रह रहे लाखों हिन्दी भाषी भाई गुजरात के इस चुनाव के भाग्य विधाता और निर्णायक साबित होंगे।
स्वागत प्रवचन में अन्य भाषा सेल के संयोजक नरेन्द्र सिंह पुरोहित ने कहा कि राजस्थानी जहां भी जाते हैं, वहां अपना बनाने के स्वभाव के कारण दूध में शक्कर की तरह घुल गए हैं। वे सेवा की प्रवृत्ति के कारण हमेशा छाए रहते हैं। उन्होंने जन समूह से अपील की कि हमें यहां सुख शांति, अमन चैन और बेहतर कमाई का वातावरण उपलब्ध है। हम यहां गुजराती बनकर रह रहे हैं और कमाई कर रहे हैं तथा सुरक्षित हैं। तीन वर्ष के अल्प समय में ही मोदी ने पूरी दुनिया में प्रचंड झंडा लहरा दिया है। एक समय अमरीका जैसा देश मोदी को वीजा देने को तैयार नहीं था। अब वे लाल जाजम बिछाकर स्वागत कर रहे हैं।
कई एनजीओ मोदी के पीछे पड़ी हैं। क्योंकि उनके हित अभी असुरक्षित हैं। वे अब तक विदेशों से पैसा लाकर सेवेन स्टार होटलों में कॉन्फ्रेंस रखकर केवल कागजों में सेवा कर रहे थे और धर्मांतरण करवाकर लोगों को गुमराह कर रहे थे। इस तरह से करोड़ों का घोटाला कर रहे थे। अब उन्हें हिसाब देना पड़ रहा है। यह चुनाव केवल गुजरात के लिए नहीं अपितु पूरे विश्व के लिए निर्णायक साबित होगा। कार्यक्रम में बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश झारखंड, राजस्थान तथा हरियाणा के करीब तीन हजार बुद्धिजीवी एवं व्यापारी उपस्थित रहे।