अहमदाबाद

फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर नौकरी के लिए पहुंचने वाले नौ गिरफ्तार

सचिवालय के सामने कॉम्पलैक्स से बेचे गए फर्जी नियुक्ति पत्र,आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा, सेेक्टर-सात में दर्ज है मामला

अहमदाबादSep 17, 2018 / 11:08 pm

nagendra singh rathore

फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर नौकरी के लिए पहुंचने वाले नौ गिरफ्तार

गांधीनगर/अहमदाबाद. क्लर्क के पद पर भर्ती होने के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ गांधीनगर स्थित गुजरात गौण सेवा चयन मंडल कार्यालय पहुंचने वाले सभी नौ युवक-युवतियों को गांधीनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनकी पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसमें सामने आया कि गुजरात विधानसभा केसामने ही स्थित कॉम्पलैक्स में आरोपियों की ओर से फर्जी कॉल लेटर बेचे गए। इसके लिए दो लाख रुपए से लेकर १६ लाख रुपए तक की राशि उम्मीदवारों के पास से ली गई। आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने अदालत से आरोपियों का पांच दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन दोनों ही पक्षों की दलील सुनने के बाद अदालत ने सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसमें सात युवक और दो युवतियां शामिल हैं।
दरअसल में चंद दिन पहले ही आरोपी मंडल के कार्यालय पर फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ पहुंचे थे। उन्होंने क्लर्क (वर्ग-तीन) के पद पर की जा रही भर्ती के लिए नियुक्ति पत्र लेकर मंडल सचिव पी.डी.पलसाणा के समक्ष पेश किए। जांच में वह फर्जी पाए गए थे।
मंडल के सहायक सचिव राजेश सोलंकी ने सेक्टर सात थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस मामलें कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी नौ युवक-युवतियों को पकड़ लिया। इन में हिम्मतनगर निवासी सागर पटेल, इडर निवासी मनन पटेल, पालनपुर निवासी साहिल पटेल, गांधीनगर निवासी जिनल प्रजापति, पायलकुवंरबा राओल, पायल अरविंद पटेल, अहमदाबाद निवासी गौरव राठौड़ और पालनपुर निवासी रविन्द्रगिरी वेरागी शामिल है।
सर्वाधिक १६ लाख रुपए हिम्मतनगर के सागर पटेल की ओर से दिए गए होने की बात जांच में सामने आई है। पुलिस अब सरोज बा नाम की महिला और धर्मेंद्र सिंह नाम के व्यक्ति की तलाश मेंजुटी है। यही दो व्यक्ति हैं जिन्होंने युवाओं के पास से लाखों रुपए की ठगी की है।
ऐसे खुली थी पोल
मंडल सचिव के समक्ष युवकों की ओर से पेश किए गए नियुक्ति पत्र के फर्जी होने की पोल जांच में खुली। मंडल की ओर से भेजे जाने वाला नियुक्ति पत्र का कागज गुलाबी रंग का होता है। उसमें बाईं ओर गुजरात गौण सेवा पसंदगी मंडल का सिम्बोल होता है। उसमें उम्मीदवार के नाम के साथ उसका पता भी होता है। लेकिन युवक पीले रंग के कागज का नियुक्ति पत्र लेकर आए थे। उसमें मंडल का सिम्बोल बीच में था। केवल युवकों का नाम ही था।
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