रामोल थाने में एनएसयूआई का प्रदर्शन, न्यायिक जांच की मांग
अहमदाबादPublished: Apr 27, 2019 10:11:54 pm
गैंगरेप मामले में शामिल आरोपियों में एक के एबीवीपी से जुड़़े होने का आरोप, कड़ी कार्रवाई की मांग, एबीवीपी ने आरोपों को किया खारिज, की कड़ी कार्रवाई की मांग
रामोल थाने में एनएसयूआई का प्रदर्शन, न्यायिक जांच की मांग
अहमदाबाद. शहर के रामोल इलाके में 20 वर्षीय युवती को उत्तीर्ण करा देने के नाम पर उसके साथ किए गए सामूहिक दुष्कर्म (गैंगरेप) मामले को लेकर शनिवार को छात्र संगठन एनएसयूआई की ओर से रामोल थाने में प्रदर्शन किया गया।
छात्रसंगठन ने इस मामले में पुलिस के समक्ष ४० दिन पहले पीडि़ता के शिकायत दर्ज करने पर भी कार्रवाई नहीं करने के पीछे राजनीतिक दबाव होने का आरोप लगाते हुए मामले की न्यायिक जांच की मांग की। आरोपियों में एबीवीपी से जुड़़े छात्रनेता की लिप्तता होने का भी आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में कार्रवाई की जानी चाहिए।
एनएसयूआई के छात्रनेताओं के साथ अहमदाबाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष शशिकांत पटेल भी रामोल थाने पहुंचे थे। उन्होने राजकीय दबाव के चलते इस मामले में पीडि़ता की मौत नहीं होने तक पुलिस के कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया।
उधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने आरोपी अंकित पारेख के एबीवीपी से संबंध होने के आरोपों को खारिज किया है। परिषद के प्रदेश महामंत्री निखिल मीठिया की अगुवाई में परिषद से जुड़े छात्रनेताओं ने जीयू परिसर में प्रदर्शन किया। इसके बाद मीठिया ने कहा कि झूठ फैलाया जा रहा है। इस मुद्दे पर राजनीति की जा रही है।
खुद परिषद ने कुलपति प्रो.हिमांशु पंड्या से मांग की है कि गैंगरेप में शामिल आरोपी अंकित पारेख के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। उसे स्कूल ऑफ साइंस में नौकरी से तत्काल निलंबित किया जाए, उसे फांसी की सजा दिलाई जाए। मामले में जल्द पीडि़त परिवार को न्याय मिले, इसके लिए इस मामले को फास्टट्रैक कोर्ट में चलाया जाए।