बांस के ढांचे का अगले वर्ष भी उपयोग :
वेस्ट से बेस्ट तैयार की गई गणपति प्रतिमा को नवलखी मैदान में बनाए गए कृत्रिम तालाब में विसर्जन किया जाएगा, जिसमें कागज पानी में गल जाएगा, जबकि लकड़ी को ढांचे का पुन: आगामी वर्ष में उपयोग किया जाएगा।
वेस्ट से बेस्ट तैयार की गई गणपति प्रतिमा को नवलखी मैदान में बनाए गए कृत्रिम तालाब में विसर्जन किया जाएगा, जिसमें कागज पानी में गल जाएगा, जबकि लकड़ी को ढांचे का पुन: आगामी वर्ष में उपयोग किया जाएगा।
यहां पेड़ के तने पर बनाए गणपति
वडोदरा के गोत्री क्षेत्र स्थित आनंद विद्याविहार स्कूल के शिक्षकों ने इस वर्ष मिट्टी, कागज या पीपीओ की नहीं, अपितु पेड़ पर ही गणपति बनाए गए हैं। आर्ट के शिक्षकों ने दो-तीन घंटे में पीले गुलमोहर के तने में गणेशजी बनाए गए हैं। सजावट के लिए गणपति के पैरों के पास सफेद एवं गुलाबी कागज से सुंदर कमल के फूल बनाए गए हैं।
स्कूल के प्राचार्य का कहना है कि प्रकृति की रक्षा करना सभी का कर्तव्य है। प्रकृति को बचाएंगे और उसकी रक्षा करेंगे तो हमें किसी से डरने की जरुरत नहीं, क्योंकि आज की ग्लोबल वोर्मिंग समस्या को विघ्नहर्ता ही हल करेंगे।
वडोदरा के गोत्री क्षेत्र स्थित आनंद विद्याविहार स्कूल के शिक्षकों ने इस वर्ष मिट्टी, कागज या पीपीओ की नहीं, अपितु पेड़ पर ही गणपति बनाए गए हैं। आर्ट के शिक्षकों ने दो-तीन घंटे में पीले गुलमोहर के तने में गणेशजी बनाए गए हैं। सजावट के लिए गणपति के पैरों के पास सफेद एवं गुलाबी कागज से सुंदर कमल के फूल बनाए गए हैं।
स्कूल के प्राचार्य का कहना है कि प्रकृति की रक्षा करना सभी का कर्तव्य है। प्रकृति को बचाएंगे और उसकी रक्षा करेंगे तो हमें किसी से डरने की जरुरत नहीं, क्योंकि आज की ग्लोबल वोर्मिंग समस्या को विघ्नहर्ता ही हल करेंगे।