मरीजों के मनोबल और उपयुक्त उपचार का परिणाम
जीसीआरआई के कोविड सेंटर में फिलहाल लगभग 70 मरीज कोरोना का उपचार ले रहे हैं। इनमें कुछ मरीज कैंसर ग्रस्त हैं। गुरुवार को जो कैंसर के मरीज कोरोना से मुक्त हुए हैं, उनमें से तीन मरीजों को ब्लड कैंसर (ल्यूकोमिया), एक को लिम्फोमा और एक को आंत का कैंसर है। मरीजों के ऊंचे मनोबल और अस्पताल की कुशल टीम की सूझबूझ से चले उपचार के कारण ये संभव हो सका है। आमतौर पर कैंसर से ग्रस्त मरीजों की रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। ऐसे में कोरोना से जीत पाना काफी कठिन है। जीसीआरआई में यह संभव हुआ है।
डॉ. शंशाक पंड्या, निदेशक जीसीआरआई
जीसीआरआई के कोविड सेंटर में फिलहाल लगभग 70 मरीज कोरोना का उपचार ले रहे हैं। इनमें कुछ मरीज कैंसर ग्रस्त हैं। गुरुवार को जो कैंसर के मरीज कोरोना से मुक्त हुए हैं, उनमें से तीन मरीजों को ब्लड कैंसर (ल्यूकोमिया), एक को लिम्फोमा और एक को आंत का कैंसर है। मरीजों के ऊंचे मनोबल और अस्पताल की कुशल टीम की सूझबूझ से चले उपचार के कारण ये संभव हो सका है। आमतौर पर कैंसर से ग्रस्त मरीजों की रोगप्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। ऐसे में कोरोना से जीत पाना काफी कठिन है। जीसीआरआई में यह संभव हुआ है।
डॉ. शंशाक पंड्या, निदेशक जीसीआरआई