70 से अधिक देशों के अधिकारियों को प्रशिक्षण
डॉ. व्यास ने कहा कि एनएफएसयू ने 70 से अधिक देशों के कानून प्रवर्तन अधिकारियों को विभिन्न फॉरेंसिक साइकोलॉजिकल मेथड्स का प्रशिक्षण प्रदान किया है। मनोविज्ञान की इस शाखा में मुख्य रूप से अपराधियों के पुनर्वास के लिए क्लिनिकल साइकोलॉजी का प्रयोग किया जाता है और अपराध का पता लगाने और उसकी रोकथाम के लिए फॉरेंसिक साइकोलॉजी का प्रयोग किया जाता है।
डॉ. व्यास ने कहा कि एनएफएसयू ने 70 से अधिक देशों के कानून प्रवर्तन अधिकारियों को विभिन्न फॉरेंसिक साइकोलॉजिकल मेथड्स का प्रशिक्षण प्रदान किया है। मनोविज्ञान की इस शाखा में मुख्य रूप से अपराधियों के पुनर्वास के लिए क्लिनिकल साइकोलॉजी का प्रयोग किया जाता है और अपराध का पता लगाने और उसकी रोकथाम के लिए फॉरेंसिक साइकोलॉजी का प्रयोग किया जाता है।
जब सबूत का संकट तब कारगर है पद्धति
व्यास ने कहा कि कुछ अपराध के मामलों में जो वास्तव में एक साल या 2-3 साल पहले किए गए हो, ऐसें मामलों में जब कोई पुलिस अधिकारी क्राइम सीन पर जाके जांच करता है और कोई सबूत न मिले ऐसी स्थिति होती है। ऐसे में फॉरेंसिक साइकोलॉजिकल मेथड्स का उपयोग करके, कई केस सुलझाने में मदद मिलती है।
व्यास ने कहा कि कुछ अपराध के मामलों में जो वास्तव में एक साल या 2-3 साल पहले किए गए हो, ऐसें मामलों में जब कोई पुलिस अधिकारी क्राइम सीन पर जाके जांच करता है और कोई सबूत न मिले ऐसी स्थिति होती है। ऐसे में फॉरेंसिक साइकोलॉजिकल मेथड्स का उपयोग करके, कई केस सुलझाने में मदद मिलती है।