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गिरनार परिक्रमा १९ से, अनेक पदयात्री जंगल में पहुंचे

locationअहमदाबादPublished: Nov 14, 2018 03:45:26 pm

Submitted by:

Gyan Prakash Sharma

पांच दिन चलेगी

Girnar Parikrma in junaghad

Girnar Parikrma in junaghad

जूनागढ़. शहर के निकट गिरनार पर्वत के जंगल मार्ग पर देवदिवाली सोमवार से शुरू होने वाली गिरनार परिक्रमा की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं और अनेक पदयात्री यात्रा के लिए पहले से ही जंगल में पहुंचने लगे हैं। देवदिवाली से शुरू होनेवाली यह ३६ किलोमीटर की परिक्रमा कार्तिक पूर्णिमा २३ नवम्बर तक चलेगी, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।
प्रशासन की ओर से पदयात्रियों के लिए रोड-रास्तों से लेकर पीने के पानी, सफाई, सुरक्षा व्यवस्था व स्वास्थ्य सुविधा आदि उपलब्ध कराई जाएगी।
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से १० पुलिस उपाधीक्षक, १८ पुलिस निरीक्षक, ९१ उप निरीक्षक, ९८२ पुलिसकर्मी, ८४ महिला पुलिसकर्मी, १८३ ट्रैफिक पुलिसकर्मी, दो एसआरपी कम्पनी व ४०० से अधिक जीआरडी के जवान, बम स्क्वाड, डॉग स्क्वाड की टीम तैनात की जाएगी। प्रत्येक किलोमीटर के अंतर पर पदयात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी।

चार जोनों में विभाजित परिक्रमा मार्ग
पूरी परिक्रमा का चार जोनों में विभाजन किया गया है। जूनागढ़ डीएफओ सुनील बेरीवाल, एसीएफ बी. के. खताना, आरएफओ एवं फोरेस्टर परिक्रमा मार्ग पर तैनात हैं।

वन विभाग ने किया परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण
जूनागढ़. जूनागढ़ में शुरू होने वाली गिरनार की ३६ किलोमीटर की परिक्रमा में पेयजल किल्लत की समस्या पैदा होने की आशंका है।
परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण एवं वन विभाग की ओर से मार्ग पर की गई व्यवस्था का निरीक्षण लेने के लिए वन विभाग के साथ-साथ पत्रकार भी गए थे। इस दौरान पानी के स्त्रोत कम दिखाई दिए थे, जिससे लगता है कि पानी की किल्लत हो सकती है।
इस समय अपर्याप्त बारिश के कारण मार्ग पर प्राकृतिक रूप से बहने वाले जलस्त्रोत कम दिखाई दिए। नदी-नाले व झरने सूख गए हैं, जो गत वर्ष बह रहे थे। परिक्रमा में करीब ६ से ७ लाख पदयात्री आते हैं, ऐसे में उनके लिए पानी की व्यवस्था करना प्रशासन तंत्र के सामने चुनौतीपूर्ण रहेगा।
गिरनार में ५० शेर :
गिरनार के जंगल में ५० शेर रहते हैं। ऐसे में शेरों को परिक्रमा मार्ग पर से दूर रखने के लिए १५० वनकर्मियों को तैनात रखा जाएगा।

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