गो सेवा सद्भावना पदयात्री आणंद पहुंचा
अहमदाबादPublished: Aug 21, 2019 11:55:00 pm
गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए लद्दाख से 26 महीने पहले हुआ था रवाना
गो सेवा सद्भावना पदयात्री आणंद पहुंचा
आणंद. गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए लद्दाख से 26 महीने पहले गो सेवा सद्भावना पदयात्रा पर निकला पदयात्री बुधवार को आणंद पहुंचा।
देश के 19 राज्यों व एक हजार से अधिक शहरों में घूमकर लोगों को गो सेवा के लिए संदेश देकर साढ़े 12 हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा कर आणंद पहुंचने पर विविध हिन्दू संगठनों की ओर से पदयात्री का स्वागत किया गया।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक पदयात्री मोहम्मद फैजखान प्रथम चरण में लद्दाख से कन्याकुमारी तक की यात्रा हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिसा, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु से होकर कन्याकुमारी पहुंचा।
दूसरे चरण में कन्याकुमारी से उसने अमृतसर तक की यात्रा शुरू की। वह केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश होकर बुधवार को आणंद पहुंचा। यहां चिखोदरा चौकड़ी के समीप गो रक्षा दल, हिन्दू युवा वाहिनी, हिन्दू जागरण मंच के पदाधिकारियों प्रकाश राजपूत, नितेश महंतवल, आशीष भट्ट, आकाश राव आदि ने पदयात्री का स्वागत किया।
रायपुर में प्रोफेसर की नौकरी छोड़ी
मोहम्मद फैजखान के अनुसार उन्होंने छत्तीसगढ़ के रायपुर में प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर लोगों में गो सेवा के प्रति जागृति लाने के लिए गो सेवा सद्भावना पदयात्रा के जरिये भारत परिक्रमा शुरू की। भारतीय देशी गोवंश की सेवा व संवद्र्धन के लिए जनजागरण, देशी गाय आधारित कृषि को प्रोत्साहित करने, देशी गोवंश से पर्यावरण, समाज, स्वास्थ्य व प्रकृति के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने, गो हत्या पर सम्पूर्ण प्रतिबंध के लिए केन्द्रीय कानून बनाने को जन प्रतिनिधियों को जागृत करने, अखंड भारत के निर्माण व पुन: भारत का प्राचीन वैभव स्थापित कर विश्व गुरु का दर्जा दिलाने के उद्देश्य से वे लोगों में जागृति लाने का संदेश दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुल 14 हजार किलोमीटर की पदयात्रा का वे अमृतसर में समापन करेंगे। विविध गांवों व शहरों में उन्हें काफी अच्छा समर्थन मिला है।