Government hospitals, medical facilities, Leader of opposition-Gujarat, Gujrat congress delegation, governor of Gujarat
Gujarat congress: `सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा खस्ताहाल’
अहमदाबाद. राज्य में नवजात बच्चों की मौत को गंभीरता लेकर राज्य सरकार हकीकत स्वीकार करना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए। भाजपा सरकार उत्सवों और दिखावे पर करोड़ों खर्च करने के बजाय गुजरात की जनता के स्वास्थ्य पर यह राशि लगानी चाहिए। पिछले 25 वर्षों में भ ाजपा सरकार स्वास्थ्य सेवा का व्यापारीकरण करने में लगी है। सरकारी अस्पतालों की संख्या घट रही है। गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने सोमवार को पालडी स्थित कांग्रेस मुख्यालय में भाजपा सरकार पर यह आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार विफलता छिपाने के लिए पड़ोसी राज्यों पर दोषारोपण कर रही है, लेकिन लचर सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी को स्वीकार करना चाहिए। गतिशील और प्रगतिशील की घोषणा करने वाली भाजपा सरकार के शासन में स्वास्थ्य व्यवस्था खस्ताहाल है। इससे 45 फीसदी से ज्यादा बच्चे कुपोषण का शिकार बनते हैं। गुजरात में हर वर्ष 12 लाख बच्चे जन्म लेते हैं और उप मुख्यमंत्री ने खुद भी स्वीकार किया है कि 30 फीसदी बच्चों की मौत हो जाती है। इसका मतलब यह आंकड़ा 36 हजार है।
कांग्रेस का शिष्टमंडल कल मिलेगा राज्यपाल से धानाणी ने कहा कि आगामी विशेष विधानसभा सत्र में मंदी, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की कर्जमाफी, महिला सुरक्षा, 100 फीसदी फसल बीमा मुआवजा, नवजात बच्चों की मौत, छह हजार सरकारी प्राथमिक स्कूलों को बंद करने के निर्णय पर चर्चा के लिए विशेष होनी चाहिए। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस का एक शिष्टमंडल आठ जनवरी को गांधीनगर में राज्यपाल से मिलेगा।