उन्होंने कहा कि चिकित्सा क्षेत्र के छात्रों से मौजूदा समय में जो फीस वसूली जाती है वही फीस ली जाएगी। राज्य में जीएमईआरएस अधीनस्थ सोला, गोत्री, गांधीनगर, वलसाड, धारपुर, हिम्मतनगर, जूनागढ और वडनगर की आठ कॉलेज और छह सरकारी मेडिकल कॉलेज और दो सरकारी डेन्टल कॉलेज एवं जीएमईआरएस अधीनस्थ एक डेन्टल कॉलेज के 3250 छात्रों को राहत मिलेगी। सरकारी क्वोटा की वार्षिक ट्यूशन फीस तीन लाख, मैनेजमेन्ट क्वोटा की ट्यूशन फीस आठ लाख 25 हजार और एनआरआई क्वोटा की वार्षिक ट्यूशन फीस 20 हजार यूएस डॉलर हैं, जो पिछले वर्ष निर्धारित की गई थी। इस वर्ष भी यही फीस ली जाएगी।
पटेल ने कहा कि राज्य सरकार की आठ मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए 25 हजार वार्षिक फीस, सरकारी डेन्टल कॉलेज में वार्षिक 20 हजार रुपए और जीएमईआरएस के अधीनस्थ सिद्धपुर की डेन्टल कॉलेज में सरकारी और मैनेजमेन्ट क्वोटा के लिए दो लाख तथा एनआरआई क्वोटा के लिए 10,000 डॉलर फीस ली जाती है। वहीं फीस इस वर्ष भी ली जाएगी।