उन्होंने कहा कि गांव सुखी होगा तो ही शहर में रुपया आएगा। 20 वर्ष पहले की स्थिति और मौजूदा स्थिति में काफी बदलाव हुआ है। किसानों को समय से गुणवत्तायुक्त बीज, खाद, बिजली और पानी मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस की सरकार पर प्रहार करते कहा कि केन्द्र की कांग्रेसशासित सरकारों ने सात-सात वर्षों तक गुजरात में सरदार सरोवर बांध के दरवाजे बंद करनेकी मंजूरी नहीं दी थी। इसके चलते उत्तर गुजरात और सौराष्ट्र के किसान सिंचाई के बगैर रहे। वहीं नरेन्द्रभाई मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद सिर्फ 17 दिनों में ही दरवाजे बंद करने की मंजूरी दे दी। इसके चलते पिछले दो वर्षों से सरदार सरोवर बांध छलक रहा है। मौजूदा समय में ‘सौनीÓ योजना के जरिए सौराष्ट्र और सुजलाम सुफलाम नहरों से उत्तर गुजरात को सिंचाई के लिए पानी मुहैया कराया जा रहा है।
कांग्रेस शासन में नहीं मिलती थी पर्याप्त बिजली उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में पर्याप्त बिजली नहीं मिलती थी। जबकि हमारी सरकार ज्योति ग्राम के जरिए 24 घंटे बिजली आपूर्ति कर रही है। यही नहीं किसानों को रात में खेतों में सिंचाई नहीं करने जाना पडता। दिन में आठ घंटे बिजली आपूर्ति के लिए सोलर आधारित दिनकर योजना घोषित की गई है, जो आगामी तीन वर्षों में राज्यभर में लागू हो जाएगी।
रुपाणी ने दावा कि गुजरात सरकार ने पिछले चार वर्षों में किसानों से 15 हजार करोड़ से ज्यादा की कृषि उपज समर्थन मूल्य पर खरीदी है। वहीं प्राकृतिक आपदा में किसानों को राज्य सरकार सहायता देने की घोषणा की है, जिसमें 3700 करोड़ रुपए के सहायता पैकेज की घोषणा की गई है। अतिवृष्टि से जिन किसानों को नुकसान हुआ है उनके खातों में पन्द्रह अगस्त तक राशि जमा हो जाएगी।