फळदू ने कहा कि राज्य में मूंगफली खरीदारी की प्रक्रिया 90 दिनों तक चलेगी। केन्द्र सरकार की मार्गदर्शिका के अनुसार नाफेड एजेंसी के जरिए खरीदारी की जाएगी। इसके लिए गुजरात खाद्य आपूर्ति निगम नोडल एजेंसी के तौर पर निश्चित की गई है।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर लाभपांचम से मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीदारी शुरु की जाती है लेकिन इस वर्ष अधिक मास है। वहीं किसान नेताओं ने मूंगफली की समर्थन मूल्य पर खरीदारी प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने की मांग की थी। इसके चलते ही राज्य सरकार ने मूंगफली खरीदारी करने का निर्णय किया है। मूंगफली की खरीदारी के बाद आगामी समय में रबी फसलों की भी समर्थन मूल्य पर खरीदारी करने का राज्य सरकार की योजना है।
फळदू ने कहा कि राज्य में अतिवृष्टि के चलते जिन किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है ऐसे किसानों की मदद में हमेशा सरकार है। जिन किसानों की फसलों को 33 फीसदी से ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्हें राज्य आपदा राहत कोष (एसडीआरएफ) के तहत राज्य सरकार मदद करेगी। इसके लिए सर्वे कार्यवाही चल रही है। राज्य में करीब 13 लाख हेक्टेयर भूमि में किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है। अब तक तीन लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है। यदि आवश्यकता हुई तो किसानों के हित में सर्वे प्रक्रिया को और बढ़ाया जाएगा।