शुक्रवार को हुई जीएसईबी की कारोबारी समिति की बैठक में उस प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया गया, जिसमें बोर्ड के सदस्य डॉ. प्रियवदन कोराट ने मांग की थी कि 10वीं बोर्ड की परीक्षाएं स्कूलों को सौंपी जाएं। बोर्ड सिर्फ ऐसे विद्यार्थियों की ही परीक्षा ले जिन्हें आगे जाकर इंजीनियरिंग,मेडिकल या डिप्लोमा की पढ़ाई करनी है। शेष विद्यार्थियों की परीक्षाएं लेने की जिम्मेदारी स्कूलों को सौंपी जाए। इससे परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों में तनाव घटेगा।
हालांकि इस प्रस्ताव को कारोबारी समिति ने खारिज कर दिया, जिसके चलते इस प्रस्ताव पर सामान्य सभा की बैठक में चर्चा नहीं होगी, क्योंकि यह प्रस्ताव सभा में पेश नहीं किया जाएगा। कारोबारी समिति ने ही इसे आगे भेजने से मना कर दिया है। कारोबारी समिति की बैठक में बोर्ड के अध्यक्ष ए.जे.शाह के उपस्थित नहीं रहने को लेकर काफी चर्चा भी रही।
दरअसल शाह को निजी स्कूल फीस सुनवाई समिति का भी अध्यक्ष बनाया गया है, जिसके चलते वह कारोबारी की बैठक में उपस्थित नहीं रह सके। 17 फरवरी के दिन नगर पालिका चुनाव होने के चलते कई बोर्ड सदस्यों के सामान्य सभा की बैठक में अनुपस्थित रहने की आशंका है। क्योंकि नगर पालिकाओं में मतदान शनिवार को होना है। इसमें से कई बोर्ड के सदस्य ऐसे हैं जो ऐसे क्षेत्र से आते हैं, जहां नगर पालिकाओं में मतदान होना है। ऐसे में वह मतदान के चलते सामान्य सभा की बैठक में समय पर नहीं पहुंच पाएं ऐसी स्थिति है।