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78 लोगों को किया गिरफ्तार, 300 करोड़ वसूले

locationअहमदाबादPublished: Dec 03, 2021 12:42:12 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

बोगस बिलिंग करनेवालों पर जीएसटी अधिकारी सख्त

78 लोगों को किया गिरफ्तार, 300 करोड़ वसूले

78 लोगों को किया गिरफ्तार, 300 करोड़ वसूले

गांधीनगर. स्टेट जीएसटी विभाग बोगस बिलिंग करने वालों के खिलाफ सख्ती से पेश आ रही है। सामान्यतौर पर बोगस बिलिंग के लिए मास्टर माइंड (ऑपरेटर) अन्य व्यक्तियों से मदद से जरूरतमंदों को प्रलोभन देकर उनसे पैन कार्ड, फोटो, लाइट बिल जैसे दस्तावेज ले लिए जाते हैं। बाद में बैंक खाता खुलवाकर उनके नाम से कंपनी बनाते हैं बोगस बिलिंग करने के बहाने जीएसटी नंबर ले लेते हैं।
स्टेट जीएसटी ने अब तक बोगस बिलिंग के मामले में 78 लोगों को गिरफ्तार कर 300 करोड़ से ज्यादा करशाख की वसूली की है। हाल ही में भावनगर की माधव कॉपर लिमिटेड, कोठी स्टील लिमिटेड, और राजकोट की उत्कर्ष इस्पात एलएलपी से बड़े पैमाने बोगस बिलिंग कर करशाख लेने के मामले में कार्रवाई की गई।
स्टेट जीएसटी विभाग ने आमजन को चेताया है कि बोगस बिलिंग करने वालों को कोई भी अपने पहचान पत्र व साक्ष्य नहीं दें। यदि ऐसा कोई भी व्यक्ति पकड़ा जाता है तो उसे खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जीएसटी चोरी करने का आरोपी गिरफ्तार
– चकमा देकर अस्पताल से हो गया था फरार
गांधीनगर. फर्जी तरीके से करशाख हासिल कर जीएसटी चोरी करने के आरोपी को स्टेट जीएसटी ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी चकमा देकर अहमदाबाद सिविल अस्पताल भाग गया था, जिसे स्टेट जीएसटी ने गिरफ्तार कर लिया है।
स्टेट जीएसटी के अधिकारियों ने राजकोट में उत्कर्ष इस्पात एलएलपी के अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी थी। जीएसटी अधिकारियों को इस कंपनी से बड़े पैमाने पर बोगस बिलिंग कर फर्जी तरीके से करशाख वसूली गई थी। जांच के दौरान बड़े पैमाने पर वहां से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। इस कंपनी से 31.09 करोड़ रुपए की फर्जी करशाख उजागर हुई थी। जीएसटी अधिकारियों ने वसूली के एवज में कंपनी की कई चल-अचल सम्पत्तियां सीज की गई थी।
गौरतलब है कि जुलाई-2021 से भावनगर के बोगस बिलिंग की जांच चल रही थी। इसम ामले में अफजल सवजाणी और मोहम्मद मेघाणी से बड़े पैमाने पर आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए, जिसमें उत्कर्ष इस्पात एलएलपी को बोगस बिलिंग के लिए दिए गए साक्ष्य मिले। कंपनी का पार्टनर नीरज जयदेव आर्य ने फर्जी तरीके से करशाख हासिल की थी। फिलहाल आरोपी नीरव जयदेव नडियाद की मूलजी पटेल यूरोलोजिकल हॉस्पिटल में उपचाराधीन था। हालांकि हालात में सुधार होने पर उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी अहमदाबाद सिविल अस्पताल कैम्पस से डिस्चार्ज होने के पूर्व फरार हो गया।

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