स्पोट्र्स इंजीनियरिंग तेजी से उभरता क्षेत्र है। इसमें विभिन्न खेलों से जुड़़े उपकरणों को डिजाइन करने, उनका प्रोडक्शन करने, फेसिलिटी और परफोर्मेंस मेजरमेंट उपकरणों को विकसित करने पर बल दिया जाता है।
जीटीयू की टेक्नोलॉजी की शिक्षा में विशेषज्ञता है, जबकि एसजीएसयू की स्पोट्र्स के क्षेत्र में। ऐसे में दोनों ही विश्वविद्यालय मिलकर स्पोट्र्स इंजीनियरिंग कोर्स डिजाइन करेंगे ताकि राज्य और देश में स्पोट्र्स को बढ़ावा दे सकें।
-डॉ. जतिन सोनी, कुलपति, एसजीएसयू
स्पोट्र्स से जुड़े कई उपकरणों को विदेशों से मंगाना पड़ता है। इस करार के पीछे का उद्देश्य देश में ही अच्छी तकनीक को विकसित करना है, ताकि देश में ही उपकरणों का उत्पादन शुरू हो। ऐसा होने पर खेल को तो बल मिलेगा ही, रोजगार के भी अवसर बढ़ें।
-डॉ.नवीन शेठ, कुलपति, जीटीयू