कुलपति डॉ.नवीन शेठ ने बताया कि पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च जीटीयू के डिपार्टमेंट्स से ही की जा सकेगी। क्योंकि यहां ही अत्याधुनिक लैब, सुपर कंप्यूटर व अन्य बेहतर सुविधाए हैं। सुविधा और गाइड की उपलब्धता के आधार पर सीटें तय होंगीं। अभी की स्थिति के अनुरूप इंजीनियरिंग में चार, फार्मेसी में दो से तीन और प्रबंधन (मैनेजमेंट) में दो विद्यार्थी पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च कर सकते हैं।