राज्य के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि इस निर्णय से राज्य सरकार के 8 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
इनमें राज्य सरकार के 1 लाख 85 हजार 575 तथा पंचायत विभाग के 2 लाख 8 हजार 771 व 4 लाख 26 हजार 764 पेंशनर शामिल हैं। इस निर्णय से राज्य सरकार को वार्षिक 680 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
राज्य सरकार ने इन कर्मचारियों के लिए सातवेंं वेतन आयोग के लाभ मंजूर किए हैं। इसी अनुसार वर्तमान में वेतन और पेंशन चुकाया जाता है।
डिप्टी सीएम के मुताबिक मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए कई निर्णय किए हैं। इसी निर्णय के तहत राज्य सरकार ने अपने अधिकारियों, कर्मचारियों व पेंशनरों को जन्माष्टमी और आगामी त्यौहारों को लेकर महंगाई भत्ता देने का निर्णय लिया है।
इनमें राज्य सरकार के 1 लाख 85 हजार 575 तथा पंचायत विभाग के 2 लाख 8 हजार 771 व 4 लाख 26 हजार 764 पेंशनर शामिल हैं। इस निर्णय से राज्य सरकार को वार्षिक 680 करोड़ का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
राज्य सरकार ने इन कर्मचारियों के लिए सातवेंं वेतन आयोग के लाभ मंजूर किए हैं। इसी अनुसार वर्तमान में वेतन और पेंशन चुकाया जाता है।
डिप्टी सीएम के मुताबिक मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सरकारी कर्मचारियों के लिए कई निर्णय किए हैं। इसी निर्णय के तहत राज्य सरकार ने अपने अधिकारियों, कर्मचारियों व पेंशनरों को जन्माष्टमी और आगामी त्यौहारों को लेकर महंगाई भत्ता देने का निर्णय लिया है।
डिप्टी सीएम के विदेश दौरे पर दो मंत्रियों को प्रभार गांधीनगर. मुख्य विजय रूपाणी ने उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के विदेश दौरे के दौरान उनके विभागों का प्रभार दो कैबिनेट मंत्रियों को सौंपा है। शिक्षा मंत्री भूपेन्द्र चुडास्मा को मार्ग-मकान, नर्मदा, कल्पसर और पाटनगर (राजधानी) योजना का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है वहीं ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल को वित्त, स्वास्थ्य परिवार कल्याण व मेडिकल शिक्षा विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। दोनों मंत्री डिप्टी सीएम के विदेश दौरे से वापस आने तक यह कार्यभार संभालेंगे।
जैन समाज के प्रभावी संत थे तरूण सागर : रूपाणाी गांधीनगर. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राष्ट्रसंत तरूण सागर के निधन पर शोक जताया है। शोक संदेश में सीएम ने कहा कि वे जैन समाज के प्रभावी संत थे। उनके क्रांतिकारी विचारों-तपश्चर्या से समाज को दिया मार्गदर्शन चिरस्थायी रहेगा। गुजरात की जनता की ओर से श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि अपने कड़वे प्रवचन से समाज को कड़वी दवा देकर सदमार्गी बनाने में वे लोकप्रिय थे। तरूण सागर के विचार व प्रवचन नई पीढ़ी को अच्छा जीवन जीने की राह में मार्गदर्शक बन सकेंगे।