-ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कोई योजना क्यों नहीं? खंडपीठ ने प्रशासन से पूछा कि ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने को लेकर क्या योजना बनाई गई? क्यों इसके लिए ट्रैफिक पुलिस को प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा है?
न्यायालय ने मौखिक टिप्पणी की कि सिर्फ पुलिस कांस्टेबल ही नहीं पुलिस निरीक्षकों को भी ट्रैफिक मैनेजमेंट की जानकारी नहीं है। इन अधिकारियों को क्यों नहीं ठोस ट्रेनिंग दी जाती है? 10 पुलिस में से आठ बिना काम के बैठकर बातें करते रहते हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित क्यों नहीं किया जाता।
अगले सप्ताह तक पेश करें रिपोर्ट न्यायालय ने पुलिस आयुक्त सिंह के आश्वासन पर राज्य सरकार व प्रशासन को एक सप्ताह का समय दिया। न्यायालय ने कहा कि यह आदेशों के अमलीकरण का रिपोर्ट पेश करने का अंतिम मौका देते हुए मामले की अगली सुनवाई 23 जुलाई को रखी है।