Gujarat: 1800 मीट्रिक टन उत्पादन क्षमता के साथ ऑक्सीजन निर्माण में आत्मनिर्भर बनेगा गुजरात
अहमदाबाद/पाटण. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि 1800 मीट्रिक टन क्षमता के साथ ऑक्सीजन निर्माण में गुजरात आत्मनिर्भर बनेगा। पाटण स्थित हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात यूनिवर्सिटी के हवा से ऑक्सीजन बनाने वाले प्रेशर स्विंग एड्सॉप्र्शन (पीएसए) ऑक्सीजन प्लांट का मंगलवार को गांधीनगर से वर्चुअल लोकार्पण करते हुए उन्होंने यह बात कही।
रूपाणी के मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर राज्य सरकार आगामी समय में ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता को बढ़ाते हुए इस मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात यूनिवर्सिटी की ओर से 60 लाख रुपए की लागत से मात्र 15 दिनों में तैयार इस ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट से पाटण शहर, जिला और आसपास की तहसीलों में कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की जरूरत पूरी हो सकेगी। 13 किलो लीटर तरल ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता वाले इस प्लांट से एक साथ 40 सिलेंडर भरे जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पूरे देश में मामलों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी और ऑक्सीजन बेड एवं ऑक्सीजन की काफी बड़े पैमाने पर जरूरत पैदा हुई थी।
केंद्र सरकार ने वायु सेना के विमानों और रेलवे के जरिए देशभर में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की थी। इस तरह, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हम तेजी से इस समस्या से निजात पा सके हैं।