पिछले करीब एक महीने के दौरान राज्य में इस तरह की करीब आठवीं घटना है जिसमें क्रिकेट खेलते समय हार्ट अटैक से युवक की मौत हुई है। मौत के चलते फिलहाल टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया गया है।पंचायत विभाग की ओर से रविवार से 31 मार्च तक आयोजित होने वाली स्वर्गीय बलवंतराय मेहता अंतर जिला पंचायत क्रिकेट टूर्नामेंट में विविध जिलों की क्रिकेट टीम हिस्सा ले रहीं हैं। इस टूर्नामेंट में मोरबी जिला पंचायत की क्रिकेट टीम भी हिस्सा ले रही है। इस टूर्नामेंट के तहत शुक्रवार को लजाई स्थित मैदान में प्रेक्टिस मैच खेला जा रहा था। इस दौरान मोरबी जिला पंचायत क्रिकेट टीम के खिलाड़ी कणझारिया (32) का दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई।
सुरेन्द्रनगर जिले की हलवद तहसील के मायापुर गांव के निवासी कणझारिया माथक गांव के ग्रामसेवक के रूप में सेवा दे रहे थे। इस दुखद घटना से जिला पंचायत के अधिकारी कर्मचारियों में शोक व्याप्त है। खिलाड़ी की असमय मौत के कारण राजकोट जिला पंचायत ने सभी जिला पंचायतों को पत्र के माध्यम से टूर्नामेंट की तिथि बदलने की सूचना दे दी है। यह टूर्नामेंट अब 10 से 15 अप्रेल के बीच आयोजित होगा। गौरतलब है कि राज्य में पिछले कुछ दिनों में ही अहमदाबाद, सूरत, राजकोट समेत विविध जगहों पर क्रिकेट खेलते समय खिलाडिय़ों की मौत के मामले सामने आए हैं।पिछले कुछ महीनों में सामने आए ऐसे मामले:
19 मार्च: राजकोट के शास्त्री मैदान में क्रिकेट खेलते समय हार्ट अटैक से मयूर मकवाणा नामक युवक की मौत हो गई।25 फरवरी: अहमदाबाद शहर के भाडज इलाके में क्रिकेट मैच में गेंदबाजी करते समय तबियत बिगड़ने से वसंत राठौड़ नामक युवा खिलाड़ी की मौत हो गई।
19 फरवरी : राजकोट के रेसकोर्स मैदान में क्रिकेट खेलते समय अचानक जिग्नेश चौहाण नामक युवक गिर गया। राजकोट सिविल अस्पताल में उसे भर्ती किया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।19 फरवरी: सूरत के वराछा इलाके में प्रशांत भरोलिया क्रिकेट खेल कर घर पहुंचे थे। सीने में दर्द और घबराहट के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई।
15 फरवरी: राजकोट के शास्त्री मैदान में भरत बारैया क्रिकेट खेलने के बाद घर लौटे और अचानक बेहोश होकर गिर गए। बेहोशी की हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई।
30 जनवरी: राजकोट के रेसकोर्स मैदान में क्रिकेट खेलते समय रवि वागड़े के सीने में टेनिस बॉल लगी। वह कार में बैठ गए। कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।कुछ समय पहले : राजकोट के एक कॉलेज में फुटबॉल खेलते समय ओडिशा के एक युवक की मौत हो गई।
…………….सांस फूलना, बेचैनी, सीने में दर्द को नहीं करें नजरअंदाज सांस फूलना, बेचैनी, सीने में दर्द होना, पसीना आना जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इन स्थितियों में हृदय रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेकर जांच करानी चाहिए। परिवार में यदि किसी सदस्य को दिल का दौरा आया हो तो उसके सदस्यों को भी जांच करानी चाहिए। इसके अलावा जिन लोगों को कोरोना का गंभीर संक्रमण लगा हो उन्हें भी सावधानी बरतनी चाहिए। ज्यादा एक्सरसाइज करना भी घातक सिद्ध हो सकता है इसलिए एक साथ बहुत एक्सरसाइज करने से बचा जाना चाहिए।
डॉ. कमल शर्मा, हृदय रोग विशेषज्ञ, यूएन मेहता हॉस्पिटल,अङमदाबाद