Gujarat: पाकिस्तान से आए 40 हिंदू शरणार्थियों को मिली भारत की नागरिकता, 5 वर्ष में 1000 से ज्यादा
पाकिस्तान के 40 हिंदू शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता पत्र प्रदान किए गए। जिला कलक्टर कार्यालय में सोमवार को गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के हाथों इन्हें नागरिकता पत्र प्रदान किए गए। संघवी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू शरणार्थियों को भारत की नागरिकता आसानी से और त्वरित रूप से मिले इसके विशेष प्रयास किए हैं। इसके फलस्वरूप ही ये लोग भारत के नागरिक बन सके हैं। प्रधानमंत्री के प्रयास से ही शरणार्थियों को त्वरित रूप से नागरिकता मिलना संभव हो सका है। उन्होंने कहा कि ये सभी आज भारत के नागरिक बन गए हैं। अब नए भारत के सपने को साकार करने के लिए हम सभी को साथ मिलकर काम करना है। उन्होंने भारत के नए नागरिकों को बताया कि उनके लिए यह दिन काफी महत्वपूर्ण है। वे सभी महान भारत देश के नागरिक बने हैं। नागरिक के रूप में उन्हें सभी अधिकार मिलेंगे। सरकार की सभी योजनाओं का लाभ भी उठा सकेंगे। गुजरात में सभी सुरक्षित अनुभव करेंगे। उन्होंने कहा कि एक हजार से ज्यादा हिंदू शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देकर अहमदाबाद के कलक्टर और पूरी टीम अभिनंदन के पात्र हैं।
आंखों से छलकी खुशी नागरिकता पत्र लेते समय कई लोग भाव विभोर हो उठे। रूही नामक युवती मंत्री के गले लगी और उनकी आंखें भीग गई। भारत की नागरिकता प्राप्त करने वाले लोगों की आंखों में आनंद के भाव छलकते दिखे। इस अवसर पर भारतीय नागरिकता मिलने का संतोष उनके चेहरे पर स्पष्ट दिख रहा था। अतिरिक्त निवासी कलेक्टर एस के पटेल ने कहा कि वर्ष 2016 और वर्ष 2018 के गजट में गुजरात के अहमदाबाद, गांधीनगर और कटनी जिला कलक्टरों को अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान के अल्पसंख्यक (हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई) लोगों को नागरिकता अधिनियम के तहत प्रक्रिया का पालन कर भारतीय नागरिकता दिए जाने का अधिकार मिला है। राज्य और केंद्र की आईडी की टीम की ओर से उचित जांच के बाद उन्हें शिकायत पत्र दिया जाता है। इस आधार पर शेष नियमों के अनुसार उचित सबूत पेश करने के बाद ही जिला कलेक्टर की ओर से नागरिकता प्रमाण पत्र दिया जाता है।
2017 से अब तक 1032 से को मिली नागरिकता अहमदाबाद जिला कलक्टर कार्यालय की ओर से 2017 से लेकर 5 वर्षों में अब तक 1000 से ज्यादा पाकिस्तानी हिंदुओ को नागरिकता प्रदान की गई। वर्ष 2017 में 187, वर्ष 2018 में 256, वर्ष 2019 में 205, वर्ष 2020 में 65, वर्ष 2021में 212 और इस वर्ष अब तक 107 लोगों को भारत की नागरिकता मिली।