दाहोद में रहने वाली विलासबेन शिक्षिका के पद से सेवानिवृत्त हो चुकी हैं। विवाह के कुछ वर्षों बाद ही उनके पति नरेंद्र भाई कोठारी का आकस्मिक निधन हो गया था। उनकी एक पुत्री है जो विवाह के बाद मुंबई में रहती हैं। वे दाहोद में अन्य परिजनों के साथ रहती हैं। घर पर रहते हुए विलास बेन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में अपना ज्यादातर समय बिताती हैं।
भाई की कुछ दिन पूर्व कोरोना से हो गई थी मौत विलास बेन के भाई शशिकांत मणिभाई देसाई कुछ दिनों पूर्व कोरोना संक्रमित हो गए थे। उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया था। डॉक्टरों के काफी प्रयास के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनकी याद में स्वास्थ्य संबंधी सामग्री दान करने की बात घर में चल रही थी। इसे सुनकर विलासबेन ने भी अपनी तरफ से कुछ दान करने की इच्छा व्यक्त की। भाई की याद में उन्होंने अपने पास बचाकर रखे गए पैसों में से एक ऑक्सीमीटर खरीद कर मरीजों के लिए दान किया। वहीं उनके परिजनों ने 20 पीपीई किट, 2000 रुपए का त्रिस्तरीय मास्क एवं स्वास्थ्य संबंधी अन्य सामग्री खरीदने के लिए 20 हजार रुपए अतिरिक्त जिला कलक्टर महेश भाई दवे को सौंपे।