कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के दौरान जंगलों में ज्यादा मानवीय दखल नहीं होने के कारण एशियाई शेरों को काफी अनुकूल परिस्थिति मिली। लॉकडाउन के कारण हर बार पांच वर्षों में एक बार होने वाली गिर शेरों की गणना भी इस बार स्थगित कर दी गई। मई 2015 में अंतिम बार शेरों की गणना हुई थी तब शेरों की संख्या 523 थी। अब यह बताया जा रहा है कि इनकी संख्या 800 से ज्यादा हो गई होगी।