उधर, बाद में शोक प्रस्ताव में विपक्षी सदस्यों ने कोरोना से जान गंवाने वाले तीन लाख लोगों को श्रद्धांजलि देने और प्रत्येक के परिजनों को चार लाख रुपए का मुआवजा देने का प्रस्ताव रखा, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने विपक्ष के आरोपों को नकार दिया। बाद में कोरोना पीडि़तों को न्याय देने का नारा लगाते हुए विपक्षी विधायक सदन से बाहर आ गए। नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी के नेतृत्व में विपक्षी विधायकों ने ‘न्याय दो भाई न्याय दो, कोरोना पीडि़तों को न्याय दोÓ के नारे लगाते हुए सदन के आसपास चक्कर लगाए।
ड्रग माफिया के चंगुल में गुजरात: धानाणी नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने सदन में कहा कि गांधी और सरदार का गुजरात ड्रग माफिया और मिल्कत माफियाओं को चंगुल में फंस गया है। भारत के इतिहास में 21 हजार करोड़ का ड्रग मुन्द्रा पोर्ट में भाजपा सरकार की कोताही से उतरा है। उन्होंने शिक्षा व्यवस्था पर कहा कि राज्य में शैक्षणिक व्यवस्था का निजीकरण हो रहा है। शुल्क निर्धारण कानून शुल्क माफियाओं पर लगाम लगाने के बजाय शुल्क बढाने का मंच बन गया है। उन्होंने वर्ष 2021-22 में सभी निजी स्कूल-कॉलेजों की संपूर्ण फीस मांग करने की मांग की है।
गाइडलाइन से दी जाएगी सहायता राशि उधर, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने कहा कि गुजरात में कोरोना से जान गंवाने वालों का विपक्ष जो आंकड़ा बता रही है वह गलत है। राज्य सरकार कोरोना से मृतकों की संख्या का ऑडिट करवाएगी। चिकित्सकों की टीम रिपोर्ट तैयार कर सरकार को देगी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट एवं केंद्र सरकार की गाइडलाइन के तहत सहायता राशि दी जाएगी।