हेरोइन की हेराफेरी का मामला: एटीएस ने एक और आरोपी को जम्मू एवं कश्मीर से पकड़ा
अहमदाबादPublished: Sep 17, 2018 10:39:22 pm
300 करोड़ की हेरोइन की हेराफेरी का मामला, जैश-ए-मोहम्मद से हैं आरोपी के संबंध, तीन बार हेरोइन लेने आ चुका है गुजरात
हेरोइन की हेराफेरी का मामला: एटीएस ने एक और आरोपी को जम्मू एवं कश्मीर से पकड़ा
अहमदाबाद. गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते ने 300 करोड़ रुपए की हेरोइन की हेराफेरी के मामले में एक और आरोपी को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम नजीर अहमद ठाकर है, जो अनंतनाग जिले के हलपोरा गांव का है। नजीर अहमद के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबंध बताए जा रहे हैं। वह हेरोइन लेने के लिए करीब तीन बार गुजरात आ चुका है।
गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते ने 12 अगस्त को सीमा पार पाकिस्तान से भेजी गई 15 करोड़ रुपए की पांच किलोग्राम हेरोइन को समुद्री इलाके देवभूमि द्वारका जिले के सलाया से बरामद करते हुए दो आरोपियों सलाया से अजीज अब्दुल भागड और फिर कच्छ जिले की मांडवी में से रफीक आलम सुमरा को पकड़ा था।
भागड़ की पूछताछ में सामने आया कि वह मांडवी के रफीक आलम सुमरा के कहने पर ही बीच समुद्र से अपनी नाव से हेरोइन को लेकर आया था। फिर उसने यह ड्रग्स रफीक को सौंप दी। भागड़ दो बार में ३०० करोड़ रुपए की करीब ३०० किलोग्राम हेरोइन को अपनी नाव में लेकर आया और रफीक को सौंपी थी। करीब 5 किलो हेरोइन आरोपी भागड़ ने अपने पास रखी थी जिसे एटीएस ने बरामद किया।
रफीक की पूछताछ में सामने आया कि रफीक आदम सुमरा ने मांडवी निवासी एक अन्य आरोपी शाहिद हुसैन सुमरा के साथ मिलकर इस ३०० किलोग्राम के करीब हेरोइन के जत्थे को पंजाब अमृतसर निवासी सिमरनजीत के कहने पर अनंतनाग जिले के हलपोरा गांव निवासी नजीर अहमद नसीर मोहम्मद ठाकर को एवं श्रीनगर निवासी मंजूर अहमद मीर को उंझा में सौंपा था।
कश्मीर निवासी दो आरोपियों में से एक नजीर अहमद ठाकर एनडीपीएस के मामले में चंद दिनों पहले ही गिरफ्तार किया गया था। वह जेल में था। पता चलने पर गुजरात एटीएस ने उसे श्रीनगर से ट्रांसफर वारंट से हिरासत में लेकर गिरफ्तार किया है। नजीर की गिरफ्तारी से और भी कई अहम सबूत और खुलासे होने के आसार हैं। जिससे सीमा पार से भेजी जा रही हेरोइन के नेटवर्क को तोडऩे में मदद मिलेगी।
गुजरात एटीएस के पुलिस अधीक्षक अंतरीप सूद ने बताया कि नजीर ठाकर से पूछताछ जारी है। उसने अब तक इतना बताया है कि वह यहां ऊंझा एपीएमसी से हेरोइन को मंजूर मीर के साथ जीरे के पैकेटों के बीच डालकर ले गया था। नसीर जब हत्या के एक मामले में जेल में रहा था तब उसकी मुलाकात अन्य लोगों से हुई थी, जिसमें मंजूर मीर भी शामिल है।