शाहिद कासम सुमरा इस हेरोइन को बीच समंदर से प्राप्त करने के बाद इसकी डिलिवरी पंजाब के रहने वाले मनजीत सिंह बूटा सिंह, रेशमसिंह करनसिंह, पुनित कजाला नाम के व्यक्तियों को सौंपने वाला था।
गिरफ्तार आठों पाकिस्तानी आरोपियों की पूछताछ में सामने आया कि यह ३० किलोग्राम हेरोइन दो बैग में पाकिस्तान के करांची में बाबा बीट में रहने वाले आरिफ कच्छी ने गिरफ्तार आरोपियों में से एक हुसैन इब्राहिम सिंधी को उसके घर पर सौंपी थी। दो थैलों में इसे रखा था। इन थैलों को पकड़े गए आरोपी मुस्तफा और नसरुल्ला बाइक से इब्राहिम हैदरी बंदरगाह की जेटटी लेकर पहुंचे। वहां से इसे आरिफ कच्छी के कब्जे वाली नूह शफीना नाम की बोट के खानों में छिपा दिया गया। आरिफ ने कहा था कि यह थैले जखौ से ३५-४० नोटिकल माइल दूर हाजी नाम के व्यक्ति का संपर्क करके तब देनी है जब सामने बोट वाला वाला व्यक्ति कासम के रूप में जबाव दे। हाजी का संपर्क करने पर एटीएस की टीम ने आरोपियों को घेर कर पकड़ लिया।
गिरफ्तार हुए आरोपियों में पाकिस्तान करांची के मलीर जिले के इब्राहिम हैदरी गांव निवासी मुर्तजा यामीन सिंधी (३५), यामीन उमर सिंधी (६५), मुस्तफा यामीन सिंधी (३३), नसरुल्ला यामीन सिंधी (२८), हुसैन इब्राहिम सिंधी (६२), साले मामद अब्दुल्ला सिंधी (७०), पाकिस्तान के जामसोरो जिले के साइदिल्लू मल्ला गांव निवासी मो. यासीन मो.उर्स मल्ला (३९) और पाकिस्तान के करांची के बंगाली पाडा निवासी रफीक आमद मुल्ला (६२) शामिल हैं।