पूठे के पाइप पर प्लास्टिक का पाइप रख अंदर छिपाई थी
डीजीपी भाटिया ने बताया कि कपड़ा जिस पाइप में लपेटकर आया था। उसमें पूठे के पाइप के ऊपर एक और प्लास्टिक का पाइप रखकर दोनों पाइक के बीच के गेप में इस heroin को छिपा था। पूठे के पाइप पर इसे टाइट लपेटकर उसके ऊपर ब्लू कार्बन पेपर लपेटा गया और दोनों छोर पर सेलोटेप लगाया। ताकि एक्सरे स्केनिंग के दौरान यह पकड़ में ना आ सके। लेकिन ड्रग्स तस्करों की यह तरकीब भी एटीएस ने विफल कर दी। दुबई से कपड़़ा Gujarat लाए जाने पर भी शंका हुई थी। इसके अलावा कंटेनर पूरा भरा होने की जगह एक तिहाई ही भरा था।
पंजाब भेजी जानी थी हेरोइन
डीजीपी भाटिया ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया कि यह कंटेनर 13 मई 2022 को यूएई-दुबई के अजमान फ्री जोन में स्थित ग्रीन फोरेस्ट जनरल ट्रेडिंग नाम के सप्लायर की ओर से केप मनीला नाम के शिप में मुन्द्रा भेजा गया था। इसमें कपड़े थे। इसे पश्चिम बंगाल की जोबियल कंटेनर लाइन्स नाम की डिलिवरी एजेंसी की ओर से मुन्द्रा से पंजाब भेजा जाना था। डिलिवरी एजेंसी की एक ऑफिस गांधीधाम में भी है। इस मामले में Gujarat ATS ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए आगे की जांच शुरू की है।
2020 से अब तक 5222 करोड़ की ड्रग्स की जब्त
Gujarat ATS सूत्रों का कहना है कि वर्ष 2020 से लेकर जुलाई 2022 तक एटीएस ने 11 मामले दर्ज करते हुए समुद्री मार्ग व विदेश से गुजरात में भेजी गई 5222 करोड़ रुपए से ज्यादा की ड्रग्स जब्त की है। 65 आरोपियों को भी पकड़ा है, जिसमें से 39 आरोपी विदेशी हैं। विदेशी आरोपियों में सर्वाधिक 28 पाकिस्तानी, सात ईरानी, तीन अफगानी और एक नाइजीरियन शामिल है। सबसे ज्यादा 3586 करोड़ रुपए कीमत की ड्रग्स 2022 में अब तक पकड़ी गई है। इस वर्ष अब तक 6 मामले दर्ज करते हुए 717 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की है, जिसमें 23 आरोपियों को पकड़ा है। इसमें से 16 पाकिस्तानी और 3 अफगानिस्तानी शामिल हैं। 2021 में 4 मामले दर्ज करते हुए 292.236 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की थी जिसकी कीमत 1461 करोड़ रुपए से ज्यादा थी। 36 आरोपी पकड़े थे। जिसमें विदेशी 14 आरोपी थे। इन 14 में सात इरानी, एक नाइजीरियन और छह पाकिस्तानी शामिल हैं। 2020 में एक मामला दर्ज करते हुए 36 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की थी जिसकी कीमत 175 करोड़ थी। छह पाकिस्तानी नागरिकों को पकड़ा था।