इस ट्वीट पर जवाब देते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने लिखा कि ‘कल से गुजरात भाजपा दिल्ली स्कूलों के खिलाफ ट्वीट कर रही है। गुजरात में ‘आप’ के बढ़ते प्रभाव और पंजाब चुनाव नतीजों से आपको बौखलाहट हो रही है। भाजपा शिक्षा की बात ना ही करे तो अच्छा है। मैं गुजरात के शिक्षामंत्री जीतू वाघाणी को डिबेट के लिए चैलेंज करता हूं। स्थान व समय आपका।’
आप के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने ट्वीट कर कहा कि ‘गुजरात में खस्ताहाल शिक्षा व्यवस्था के मामले में सार्वजनिक रूप से शिक्षामंत्री जीतू वाघाणी के साथ डिबेट करने की चुनौती दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने दी है। अब भाजपा के नेता जवाब दें कि जीतू वाघाणी शिक्षा के ऊपर डिबेट को तैयार हैं या नहीं? ’
वहीं आप के गुजरात इलेक्शन प्रभारी गुलाब सिंह ने भी गुजरात के शिक्षामंत्री जीतू वाघाणी के जवाब के इंतजार की बात कही।
दिल्ली के शिक्षामंत्री की चुनौती वाले ट्वीट पर गुजरात के शिक्षामंत्री जीतू वाघाणी ने कहा कि किसी की भी गुजरात के साथ तुलना नहीं करना चाहता हूं। मीडिया में रहने के लिए कुछ लोग ऐसी बातें करते हैं। वाघाणी ने कहा कि गुजरात में 33 हजार प्राथमिक स्कूल और हाईस्कूल के साथ मिलाकर कुल 40 हजार स्कूल हैं। गुजरात में 10 हजार स्मार्ट स्कूल हैं, जबकि दिल्ली में 1054 ही स्कूल हैं, उसमें से 54 जितने स्कूल ही स्मार्ट हैं। आप ने 2030 तक 154 स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने की बात कही है। गुजरात सरकार तो आगामी 6-8 सालों में 40 हजार में से 20 हजार स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाने की योजना पर काम कर रही है। गुजरात के पास 70 लाख विद्यार्थी हैं। जबकि दिल्ली के पास 15 लाख ही विद्यार्थी हैं। जिससे तुलना हो ही नहीं सकती है। वाघाणी ने कहा कि गुजरात की जनता ने लगातार 28 साल तक भाजपा को सत्ता सौंपी है। जो 28 साल तक शासन में रह सकें उससे तुलना हो सकती है।