मुख्यमंत्री ने राज्य के श्मशान गृहों के ऐसे कर्मचारियों को कोरोना वॉरियर्स मानते हुए उन्हें भी राज्य सरकार की ओर से कोरोना वॉरियर्स को मिलने वाले लाभ 1 अप्रैल, 2020 के प्रभाव से देने का निर्णय किया है।
रूपाणी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए यह भी निर्णय किया है कि श्मशान गृह में ड्यूटी करने वाले ऐसे किसी कर्मचारी का यदि कोरोना के कारण निधन होता है, तो उनके परिवार या उत्तराधिकारी को राज्य सरकार 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता भी उसी तरह देगी जैसे वह अन्य कोरोना वॉरियर्स को देती है।
कोर कमेटी की इस बैठक में शिक्षा मंत्री भूपेन्द्रसिंह चूड़ास्मा, ऊर्जा मंत्री सौरभभाई पटेल, गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा, मुख्य सचिव श्री अनिल मुकीम, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, अतिरिक्त मुख्य सचिव सर्व पंकज कुमार, डॉ. राजीव कुमार गुप्ता और एम.के. दास तथा स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव डॉ. जयंती रवि सहित कई वरिष्ठ सचिव मौजूद थे।
कोरोना महामारी के इस दौर में बड़ी संख्या में कोरोना के चलते लोगों की मौत हुई है। आधिकारिक आंकड़ों से भी ज्यादा लोगों के अंतिम संस्कार श्मशान गृहों में हुए हंै। दूसरी लहर में तो स्थिति ऐसी थी कि दिन रात श्मशानगृहों में अंतिम संस्कार किए जा रहे थे, जिससे चिमनियां तक पिघल गईं और उन्हें बदलना पड़ा। फिर भी एंबुलेंस की लंबी कतारें लगी थीं।